पंजाब के लुधियाना में गैंगवार और आपराधिक गतिविधियों को लेकर चर्चा में रहे गैंगस्टर गगनदीप सिंह उर्फ गैरी ललतों उर्फ रावण का पुलिस मुठभेड़ में एनकाउंटर हो गया. गैरी ने पुलिस पर फायरिंग की, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में सिटी थाना-2 के एसएचओ तरविंदर बेदी ने उसकी टांग में गोली मारकर उसे घायल कर दिया. घटना के बाद गैरी को गिरफ्तार कर सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस ऑपरेशन को सीआइए स्टाफ और सिटी थाना 2 पुलिस ने अंजाम दिया है.
यह घटना बीते 15 जून को हुई गैंगवार के बाद की है, जब गैरी ललतों और सुखवीर भूची गैंग के बीच खन्ना के ग्रीनलैंड होटल के पास गोलीबारी हुई थी. मामला एक लड़की से दोस्ती को लेकर झगड़े का बताया जा रहा है. इस घटना के बाद सिटी थाना-2 में मामला दर्ज किया गया था और पुलिस ने गैरी समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था.
पिस्तौल बरामद कराने गए थे पुलिसकर्मी
गैरी से जुड़े मामले की जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि उसने एक पिस्तौल भट्टियां इलाके में रेलवे लाइन के पास छिपा रखी है. इसके बाद पुलिस ने गैरी को हथियार बरामद कराने के लिए उसी स्थान पर ले गई. हालांकि, वहां पहुंचकर गैरी ने पेड़ों के बीच से पिस्तौल निकालकर पुलिस पर फायरिंग कर दी. उसकी गोली एक पेड़ में लगी,, जिसके बाद एसएचओ तरविंदर बेदी ने जवाबी फायरिंग करते हुए गैरी की टांग में गोली मार दी. इसके बाद उसे काबू में लेकर गिरफ्तार कर लिया गया.
गैरी ने SHO को मारी गोली
जिला पुलिस प्रमुख एसएसपी डॉ. ज्योति यादव ने बताया कि गैरी ललतों एक कुख्यात गैंगस्टर है और पहले भी कई आपराधिक मामलों में शामिल रह चुका है. उन्होंने कहा कि पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने के बाद हथियार बरामद कराने ले जाया था, लेकिन उसने पुलिस पर हमला कर दिया, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई की गई. घटना के बाद गैरी को खन्ना के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है. पुलिस ने उसके खिलाफ हथियार अधिनियम और पुलिस पर हमले सहित कई धाराएं लगाई हैं. अब उसकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस उससे पूछताछ कर रही है और संभावना है कि इस मामले में और नाम सामने आ सकते हैं.