पंजाब के मोगा में अपराधियों संग पुलिस की मुठभेड़
पंजाब के मोगा में शिवसेना नेता मंगतराम की हत्या मामले (Punjab Shivsena Leader Murder) में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. उनके पास से हथियार भी बरामद हुए हैं. मुठभेड़ में 3 आरोपियों को गोली लगी थी, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ताी कराया गया है. आरोपियों को अरेस्ट करने पहुंची पुलिस की टीम पर गोलीबारी की गई गई. सीआईए मोगा और सीआईए मलौट ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जॉइंट ऑपरेशन चलाया था. मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपियों को उनके ठिकानों पर घेर लिया. खुद को घिरा देख आरोपियों ने पुलिस की टीम पर फायरिंग शुरू कर दी.
आरोपियों ने पुलिस की टीम पर तीन गोलियां दाग दीं. 0.32 पिस्तौल से दो गोलियां और 0.30 पिस्तौल से तीन गोलियां चलाई. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग शुरू कर दी और चार गोलियां चलाईं. पुलिस की इस जवाबी कार्रवाई में अरुण उर्फ दीपू के बाएं पैर में गोली लग गई.अरुण उर्फ सिंघा के दाहिने पैर में गोली लगी. वहीं भागने की कोशिश के दौरान राजवीर उर्फ लाडो भी घायल हो गया.तीनों आरोपियों को इलाज के लिए सिविल अस्पताल मलोट में भर्ती कराया गया है.
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शिवसेना नेता के हत्यारों को पकड़ने की कोशिश
शिवसेना नेता मंगलराम की हत्या के मामले में आरोपियों के खिलाफ धारा 103(1), 191(3), 190 बीएनएस और 25/27 आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज FIR दर्ज की गई थी.उनको पकड़ने के लिए संयुक्त अभियान भी चलाया गया था. मृतक के परिवार और हिंदू संगठनों ने शुक्रवार शाम को आरोपियों को गिरफ्तारी की मांग करते हुए मोगा- फिरोजपुर नेशनल हाइवे जाम कर दिया था. परिवार का कहना था कि जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी नहीं मिलती और आर्थिक सहायता नहीं मिलती, तब तक उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा. वे लोग मंगतराम का अंतिम संस्कार भी नहीं करेंगे.
आपसी रंजिश के चलते मंगतराम की हत्या
बता दें कि पंजाब के मोगा जिले में शुक्रवार को तीन बाइक सवार हमलावरों ने आपसी रंजिश के चलते शिवसेना के जिला अध्यक्ष मंगत राम मंगा की गोली मारकर हत्या कर दी थी. फायरिंग के दौरान 11 साल के एक लड़के समेत दो अन्य लोग घायल हो गए थे.घटना के बाद पुलिस ने 6 आरोपियों और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था.
पंजाब पुलिस ने FIR में छह आरोपियों सिकंदर सिंह, वीरेंद्र कुमार, साहिल कुमार, जग्गा सिंह, शंकर और अरुण सिंगला को नामजद किया था. पुलिस ने कहा था कि इस घटना की वजह आपसी दुश्मनी थी. वहीं शुक्रवार शाम को तीन लोगों ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर कर शिवसेना नेता की हत्या की जिम्मेदारी ली थी.
कैसे हुई मंगतराम की हत्या?
मंगतराम की हत्या का एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया था. जिसमें देखा गया कि मंगा हमलावरों से बचने के लिए बंद गेट पर चढ़ने की कोशिश करते हैं. लेकिन हमलावर उन्हें ढूंढ़कर उन पर गोली चला देते हैं. पहली गोली चूक जाती है, लेकिन दूसरी गोली उन को लग जाती है. फुटेज में हमलावरों को एक कार को आते हुए देखकर उन्हें भागते हुए दिखाया गया है.