पुणे:
मराठी फिल्म निर्माता अतुल बी तपकीर रविवार सुबह यहां एक आलीशान होटल के कमरे में मृत पाए गए. पुलिस ने घटना की जानकारी दी. अतुल मात्र 35 वर्ष के थे. अतुल के फेसबुक अकाउंट पर साझा की गई पोस्ट से संकेत मिला है कि वह फिल्म निर्माण में नुकसान के चलते आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे और उनका पारिवारिक जीवन भी तनावपूर्ण था. पुलिस को होटल के कमरे का दरवाजा तोड़ना पड़ा, जहां वह मृत पाए गए.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि डेक्कन जिमखाना पुलिस थाने में मौत का मामला दर्ज कर लिया गया है और शव को अंत्य परीक्षण के लिए भेज दिया गया है. तपकीर के फेसबुक पेज पर शनिवार को पोस्ट किए गए आखिरी संदेश से पता चला है कि अपनी फिल्म 'ढोल ताशे' के निर्माण में उन्हें आर्थिक घाटा सहना पड़ा, जिससे वह तनावग्रस्त थे.
तपकीर का यह आखिरी पोस्ट काफी बड़ा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि पिता और बहन से तो उन्हें काफी सहारा मिला, लेकिन अपनी पत्नी प्रियंका से वह काफी पीड़ित थे.
तपकीर ने लिखा है कि उनकी पत्नी ने उन्हें घर से बाहर कर दिया और वह बीते छह महीने से बेघर थे. वह इस बात से भी काफी परेशान थे कि उनकी पत्नी ने उन्हें बच्चों से भी अलग कर दिया था. इतना ही नहीं वह अपने पति को अपशब्द कहती थीं और पड़ोसियों के बीच उन्हें बदनाम करती रहती थीं.
तपकीर ने यह पोस्ट मराठी में लिखा है, जिसमें उन्होंने खुलासा किया है कि उनकी पत्नी अपने 'कथित' भाइयों के जरिए उन्हें धमकाती रहती थीं और पिटाई भी करवाती थीं.
वह कुछ ही दिन पुरानी घटना को याद करते हुए लिखते हैं कि उन्होंने अपनी पत्नी को फोन कर अपशब्द कहे तो उनकी पत्नी ने भी पलटकर उन्हें और उनके परिवारवालों के लिए अपशब्द कहे और उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज करा दी.
तपकीर ने अपने सुसाइड नोट में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से गुजारिश की है कि 'पुलिस को महिला की शिकायत पर पुरुषों का भी पक्ष सुनना चाहिए'. तपकीर ने सुसाइड नोट में अपनी अंतिम इच्छा जाहिर करते हुए लिखा है कि चूंकि उनकी पत्नी बच्चों का खयाल नहीं रख सकती, इसलिए बच्चों को पालन पोषण के लिए उनके (तपकीर) पिता को सौंप दिया जाए.
(इनपुट आईएएनएस से)
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि डेक्कन जिमखाना पुलिस थाने में मौत का मामला दर्ज कर लिया गया है और शव को अंत्य परीक्षण के लिए भेज दिया गया है. तपकीर के फेसबुक पेज पर शनिवार को पोस्ट किए गए आखिरी संदेश से पता चला है कि अपनी फिल्म 'ढोल ताशे' के निर्माण में उन्हें आर्थिक घाटा सहना पड़ा, जिससे वह तनावग्रस्त थे.
तपकीर का यह आखिरी पोस्ट काफी बड़ा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि पिता और बहन से तो उन्हें काफी सहारा मिला, लेकिन अपनी पत्नी प्रियंका से वह काफी पीड़ित थे.
तपकीर ने लिखा है कि उनकी पत्नी ने उन्हें घर से बाहर कर दिया और वह बीते छह महीने से बेघर थे. वह इस बात से भी काफी परेशान थे कि उनकी पत्नी ने उन्हें बच्चों से भी अलग कर दिया था. इतना ही नहीं वह अपने पति को अपशब्द कहती थीं और पड़ोसियों के बीच उन्हें बदनाम करती रहती थीं.
तपकीर ने यह पोस्ट मराठी में लिखा है, जिसमें उन्होंने खुलासा किया है कि उनकी पत्नी अपने 'कथित' भाइयों के जरिए उन्हें धमकाती रहती थीं और पिटाई भी करवाती थीं.
वह कुछ ही दिन पुरानी घटना को याद करते हुए लिखते हैं कि उन्होंने अपनी पत्नी को फोन कर अपशब्द कहे तो उनकी पत्नी ने भी पलटकर उन्हें और उनके परिवारवालों के लिए अपशब्द कहे और उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज करा दी.
तपकीर ने अपने सुसाइड नोट में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से गुजारिश की है कि 'पुलिस को महिला की शिकायत पर पुरुषों का भी पक्ष सुनना चाहिए'. तपकीर ने सुसाइड नोट में अपनी अंतिम इच्छा जाहिर करते हुए लिखा है कि चूंकि उनकी पत्नी बच्चों का खयाल नहीं रख सकती, इसलिए बच्चों को पालन पोषण के लिए उनके (तपकीर) पिता को सौंप दिया जाए.
(इनपुट आईएएनएस से)
Featured Video Of The Day
Top Headlines: Corona Updates | बढ़ते कोविड मामलों पर हाई अलर्ट | Top News | Latest News