समाजवादी पार्टी से निकाले गए तीन विधायकों की तो मौज हो गई! जानें क्यों

अभय सिंह, राकेश प्रताप सिंह और मनोज कुमार पांडे उन सात विधायकों में शामिल हैं, जिन पर पिछले साल राज्यसभा चुनावों में बीजेपी और एनडीए समर्थित उम्मीदवारों को वोट देने का आरोप लगा. अब सपा ने इन तीनों को पार्टी से निकाल दिया है.

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समाजवादी पार्टी से निकाले गए तीन विधायक
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  • समाजवादी पार्टी ने बागी तीन विधायकों को पार्टी से बाहर कर दिया है.
  • ये उन 7 विधायकों मे शामिल हैं जिन्होंने पिछले साल राज्यसभा चुनाव में BJP के पक्ष में मतदान किया था.
  • बाहर किए गए विधायकों में राकेश प्रताप सिंह, अभय सिंह और मनोज पांडेय शामिल हैं.
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समाजवादी पार्टी से बगावत करने वाले सात विधायकों में से तीन विधायकों को आज पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. राज्यसभा चुनाव में सपा से बगावत करके बीजेपी के पक्ष में मतदान करने वाले सात में से तीन विधायकों पर कार्रवाई की गई है. पार्टी ने कहा कि इन तीन विधायकों की अनुग्रह अवधि की समय सीमा समाप्त होने के बाद इन्हें पार्टी से बाहर किया जाता है. 

जिन सपा विधायकों को पार्टी से बाहर किया गया है, उनमें अमेठी के गौरीगंज से राकेश प्रताप सिंह, अयोध्या की गोसाईंगंज से अभय सिंह और रायबरेली की ऊंचाहार सीट से मनोज पांडेय शामिल हैं. इन तीन विधायकों के अलावा अभी चार विधायक ऐसे हैं, जो सपा के बागी हैं लेकिन उनपर फिलहाल कार्रवाई नहीं की गई है. जिन विधायकों को सपा ने पार्टी से बाहर नहीं किया है, उनमें राकेश पांडेय, विनोद चतुर्वेदी, पूजा पाल और आशुतोष मौर्य शामिल हैं. 

अमेठी के गौरीगंज से विधायक राकेश प्रताप सिंह ने एनडीटीवी से कहा कि वो सपा के फैसले से बेहद खुश हैं. उन्होंने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले सपा में जिस तरह से बाहर के लोग आए और चुनाव बाद राम और राष्ट्र के खिलाफ बयानबाजी हुई, उससे आहत होकर उन्होंने राज्यसभा चुनाव में सपा से बगावत की. उन्होंने कहा कि सपा ने जिस आलोक रंजन को टिकट दिया था, उनसे ज्यादा समाजवादी बीजेपी के संजय सेठ लग रहे थे. इसलिए संजय सेठ के पक्ष में उन्होंने वोट किया.

राकेश प्रताप सिंह ने जया बच्चन पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जया बच्चन नेता नहीं, सेलिब्रिटी हैं. आजतक उन्होंने पार्टी को एक वोट तक नहीं दिलाया, लेकिन बावजूद इसके पांच बार राज्यसभा में क्यों हैं, ये बड़ा सवाल है. उन्होंने कपिल सिब्बल को भी राज्यसभा भेजे जाने को लेकर नाराजगी जताते हुए कहा कि कार्यकर्ता की जगह फीस लेकर मुकदमा लड़ने वाले को संसद के उच्च सदन क्यों भेजा गया. आगे की रणनीति पर उन्होंने कहा कि अमेठी जाकर कार्यकर्ताओं से मिलेंगे और आगे क्या फैसला लेना है, इसपर फैसला लेंगे. 

समाजवादी पार्टी के तीन विधायकों को बाहर किए जाने के फैसले से इन तीनों विधायकों को बड़ी राहत मिली है. अब ये तीनों विधायक निर्दलीय माने जायेंगे. पार्टी से बाहर होने की वजह से इनपर दल बदल कानून के तहत कार्रवाई भी नहीं हो सकती. साथ ही बिना विधायक पद से इस्तीफा दिए ये जिस भी राजनैतिक दल के साथ जाना चाहें, जा सकते हैं. माना जा रहा है कि राकेश प्रताप सिंह, अभय सिंह और मनोज पांडे जल्द ही बीजेपी की सदस्यता ले सकते हैं.

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