World Wildlife Day 2022: लुप्त हो रहे जीव-जंतुओं के संरक्षण के लिए खास है विश्व वन्यजीव दिवस

विश्व वन्यजीव दिवस हर साल 3 मार्च को मनाया जाता है. विश्व वन्यजीव दिवस का उद्देश्य लुप्त हो रहे जीव-जंतुओं और उनके संरक्षण के लिए जागरूकता फैलाना है.

  • विश्व वन्यजीव दिवस 2022 की थीम ‘पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली के लिए प्रमुख प्रजातियों को पुनर्प्राप्त करना' है.
    विश्व वन्यजीव दिवस 2022 की थीम ‘पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली के लिए प्रमुख प्रजातियों को पुनर्प्राप्त करना' है.
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  • इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (आईयूसीएन) के अनुसार खतरे वाली प्रजातियों की लाल सूची, जंगली जीवों और वनस्पतियों की 8,400 से ज्यादा प्रजातियां गंभीर रूप से खतरे में हैं, वहीं लगभग 30,000 प्रजातियां या तो विलुप्ति की कगार पर हैं या कमजोर हैं.
    इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (आईयूसीएन) के अनुसार खतरे वाली प्रजातियों की लाल सूची, जंगली जीवों और वनस्पतियों की 8,400 से ज्यादा प्रजातियां गंभीर रूप से खतरे में हैं, वहीं लगभग 30,000 प्रजातियां या तो विलुप्ति की कगार पर हैं या कमजोर हैं.
  • इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (आईयूसीएन) का अनुमान है कि दस लाख से ज़्यादा प्रजातियों के विलुप्त होने का खतरा है.
    इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (आईयूसीएन) का अनुमान है कि दस लाख से ज़्यादा प्रजातियों के विलुप्त होने का खतरा है.
  • वन्य जीवों और वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों में अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर कन्वेंशन का कहना है कि, 'हर जगह लोग खाना, ईंधन, दवाओं, आवास और कपड़ों से लेकर अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए वन्य जीवन और जैव विविधता आधारित संसाधनों पर निर्भर होते हैं. वहीं लाखों लोग अपनी आजीविका के स्रोत के के लिए प्रकृति का सहारा लेते हैं.'
    वन्य जीवों और वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों में अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर कन्वेंशन का कहना है कि, 'हर जगह लोग खाना, ईंधन, दवाओं, आवास और कपड़ों से लेकर अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए वन्य जीवन और जैव विविधता आधारित संसाधनों पर निर्भर होते हैं. वहीं लाखों लोग अपनी आजीविका के स्रोत के के लिए प्रकृति का सहारा लेते हैं.'
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  • संयुक्त राष्ट्र का कहता है कि, "विश्व वन्यजीव दिवस 2022 सबसे गंभीर रूप से लुप्तप्राय प्रजातियों के भविष्य को उलटने, उनके रहने की बहाली का समर्थन करने और मानवता द्वारा उनके स्थायी इस्तेमाल को बढ़ावा देने की अनिवार्य ज़रूरतों की ओर बहस को लेकर एक कदम आगे बढ़ाएगा."
    संयुक्त राष्ट्र का कहता है कि, "विश्व वन्यजीव दिवस 2022 सबसे गंभीर रूप से लुप्तप्राय प्रजातियों के भविष्य को उलटने, उनके रहने की बहाली का समर्थन करने और मानवता द्वारा उनके स्थायी इस्तेमाल को बढ़ावा देने की अनिवार्य ज़रूरतों की ओर बहस को लेकर एक कदम आगे बढ़ाएगा."