मुंबई में ट्रांसजेंडर लोगों द्वारा संचालित एक कैफे 'बंबई नजरिया' में आपका स्वागत है
वर्सोवा, अंधेरी वेस्ट, मुंबई में बम्बई नजरिया कैफे ट्रांसजेंडर समुदाय का समर्थन करता है और सभी लिंगों के लोगों को मिलने और बातचीत करने के लिए स्वीकृति और गैर-निर्णय का स्थान उपलब्ध करता है.
Mar 31, 2022 23:06 IST
-
वर्सोवा, अंधेरी वेस्ट, मुंबई में स्थित बम्बई नजरिया कैफे 'किसी को पीछे नहीं छोड़ना' की अवधारणा को लागू करने पर काम कर रहा है.
-
मिरांडा ने कहा कि उन्हें अपनी दृष्टि पर काम करने में सात साल लगे, लेकिन उन्हें खुशी है कि उन्होंने एक बदलाव लाने के लिए एक कदम उठाया, जिसे वे जानते थे कि समाज को जरूरत है, एक ऐसा बदलाव जो लंबे समय से अपेक्षित था.
-
मुंबई का यह 'सामाजिक रूप से समावेशी' कैफे स्टाफ के रूप में केवल ट्रांस/गैर-बाइनरी लोगों को काम पर रखता है और सभी लिंगों के लोगों को आने और बातचीत करने के लिए एक सुरक्षित स्थान प्रदान करता है.
-
इसका उद्देश्य ट्रांसजेंडर समुदाय की रूढ़िवादी छवि को तोड़ना है.
-
कैफे का आदर्श वाक्य है 'नज़रिया बदलो, नज़र बदलेगी' (अपना दृष्टिकोण बदलें और दुनिया बदल जाएगी).
-
दो महीने पुराने इस कैफे में वर्तमान में ट्रांसजेंडर समुदाय के तीन लोग काम करते हैं और अधिक लोगों को भर्ती करने की योजना है.
-
बम्बई नजरिया के कर्मचारी खुद को 'मेजबान' कहना पसंद करते हैं और 'मेहमान नवाजी' (आतिथ्य) की अवधारणा का पालन करते हैं, अपने ग्राहकों को अच्छा खाना परोसते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि वे आराम से रहें.
-
बम्बई नजरिया की मेजबान माही पुजारी ने कहा, "कैफे में बहुत सारे गेस्ट आ रहे हैं, जिससे हमें लोगों के साथ बातचीत करने और उन्हें यह दिखाने का मौका मिला है कि ट्रांसजेंडर समुदाय भीख मांगने और सेक्स वर्क तक सीमित नहीं है."
-
बम्बई नजरिया के मालिक/संस्थापक डिएगो मिरांडा ने कहा, "यह मेरे पिता की सोच थी कि एक ऐसी जगह का निर्माण करें, जहां लोग गलत होने के डर के बिना जा सकें और जहां स्वीकृति और गैर-निर्णय प्रबल हो."
-
मुंबई के विशेष पाव भाजी, कीमा पाव और मिसल पाव से लेकर ट्रेंडिंग कश्मीरी पिंक टी तक, कैफे अपने गेस्ट को कई तरह के भोजन परोसता है.
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement