कुमार संगकारा की विदाई के लिए श्रीलंका में तैयारी पूरी

अपने करियर के अच्छे और बुरे दौर के बारे में बात करते हुए संगकारा ने लाहौर में 2009 में श्रीलंका टीम की बस पर आतंकी हमले के दिल दहला देने वाली घटना का जिक्र किया।

  • अपने करियर के अच्छे और बुरे दौर के बारे में बात करते हुए संगकारा ने लाहौर में 2009 में श्रीलंका टीम की बस पर आतंकी हमले के दिल दहला देने वाली घटना का जिक्र किया।
    अपने करियर के अच्छे और बुरे दौर के बारे में बात करते हुए संगकारा ने लाहौर में 2009 में श्रीलंका टीम की बस पर आतंकी हमले के दिल दहला देने वाली घटना का जिक्र किया।
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  • संगकारा ने कहा, 'वह निश्चित तौर पर हमारे लिए बेहद डरावना पल था। लेकिन यह विशेषकर श्रीलंकाई टीम के लिए एक अनुभव था। हमारे खिलाड़ी चोटिल हुए थे और तिलन समरवीरा के पांव पर गोली लगी।
    संगकारा ने कहा, 'वह निश्चित तौर पर हमारे लिए बेहद डरावना पल था। लेकिन यह विशेषकर श्रीलंकाई टीम के लिए एक अनुभव था। हमारे खिलाड़ी चोटिल हुए थे और तिलन समरवीरा के पांव पर गोली लगी।
  • गॉल में ही 2000 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले संगकारा ने इसे अपने प्रिय मैदानों में से एक करार दिया। संगकारा ने कहा, 'मुझे लगता है कि गॉल हम सभी के लिए पसंदीदा मैदान है। यह मुथैया मुरलीधरन का पसंदीदा मैदान था। हमने यहां काफी टेस्ट मैच जीते हैं। दुनिया में यह मेरा पसंदीदा मैदान है। मुझे लगता है कि खिलाड़ी के रूप में हमें यहां आना पसंद है, क्योंकि हम यहां की परिस्थितियों को समझते हैं।'
    गॉल में ही 2000 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले संगकारा ने इसे अपने प्रिय मैदानों में से एक करार दिया। संगकारा ने कहा, 'मुझे लगता है कि गॉल हम सभी के लिए पसंदीदा मैदान है। यह मुथैया मुरलीधरन का पसंदीदा मैदान था। हमने यहां काफी टेस्ट मैच जीते हैं। दुनिया में यह मेरा पसंदीदा मैदान है। मुझे लगता है कि खिलाड़ी के रूप में हमें यहां आना पसंद है, क्योंकि हम यहां की परिस्थितियों को समझते हैं।'
  • श्रीलंकाई क्रिकेट के महान दूत और अपनी आखिरी सीरीज खेलने की तैयारियों में जुटे कुमार संगकारा ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेढ़ दशक के अपने करियर को 'शानदार' करार दिया। संगकारा ने कहा, दो बार फाइनल में पहुंचने के बावजूद आईसीसी वनडे विश्व कप नहीं जीत पाने का उन्हें अब भी मलाल है।
    श्रीलंकाई क्रिकेट के महान दूत और अपनी आखिरी सीरीज खेलने की तैयारियों में जुटे कुमार संगकारा ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेढ़ दशक के अपने करियर को 'शानदार' करार दिया। संगकारा ने कहा, दो बार फाइनल में पहुंचने के बावजूद आईसीसी वनडे विश्व कप नहीं जीत पाने का उन्हें अब भी मलाल है।
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  • क्रिकेट जगत के सबसे कलात्मक बल्लेबाजों में से एक संगकारा ने अपने विदाई संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'मैं 50 ओवरों का विश्व कप जीतना पसंद करता। हमारे पास दो मौके थे, लेकिन हम चूक गए।
    क्रिकेट जगत के सबसे कलात्मक बल्लेबाजों में से एक संगकारा ने अपने विदाई संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'मैं 50 ओवरों का विश्व कप जीतना पसंद करता। हमारे पास दो मौके थे, लेकिन हम चूक गए।
  • अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लगभग 28,000 रन बनाने वाले और 63 शतक जड़ने वाले संगकारा ने कहा, 'कुछ मलाल हैं लेकिन ऐसे मलाल नहीं कि जिनके बारे में मैंने सालों तक सोचा हो या जिनसे मन खट्टा हो गया हो। मेरा करियर शानदार रहा।
    अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लगभग 28,000 रन बनाने वाले और 63 शतक जड़ने वाले संगकारा ने कहा, 'कुछ मलाल हैं लेकिन ऐसे मलाल नहीं कि जिनके बारे में मैंने सालों तक सोचा हो या जिनसे मन खट्टा हो गया हो। मेरा करियर शानदार रहा।