शरद पूर्णिमा की रात चांद की चांदनी में नहाया आसमान, देखिए सूपरमून की खूबसूरत तस्वीरें

आज शरद पूर्णिमा के मौके पर रात को आकाश में एक अद्भुत दृश्य दिखाई दे रहा है, जहां चांद सामान्य से थोड़ा बड़ा और अधिक चमकीला लग रहा है. ये अद्भुत नजारा हर किसी का मन मोह ले रहा है.

  • आज शरद पूर्णिमा के मौके पर आसमां में अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है. आसमां चांद की दूधिया रोशनी में नहाया हुआ नजर आ रहा है.
    आज शरद पूर्णिमा के मौके पर आसमां में अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है. आसमां चांद की दूधिया रोशनी में नहाया हुआ नजर आ रहा है.
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  • जब चांद सामान्य से थोड़ा बड़ा और अधिक चमकीला नजर आ रहो हो, जैसे कि आज दिख रहा है. इसी खगोलीय घटना को 'सुपरमून' कहा जाता है.
    जब चांद सामान्य से थोड़ा बड़ा और अधिक चमकीला नजर आ रहो हो, जैसे कि आज दिख रहा है. इसी खगोलीय घटना को 'सुपरमून' कहा जाता है.
  • अक्टूबर का यह सुपरमून इस साल के तीन सुपरमून में से पहला है. यह तब होता है जब पूर्णिमा का चांद पृथ्वी की अपनी कक्षा में पृथ्वी के अधिक करीब होता है.
    अक्टूबर का यह सुपरमून इस साल के तीन सुपरमून में से पहला है. यह तब होता है जब पूर्णिमा का चांद पृथ्वी की अपनी कक्षा में पृथ्वी के अधिक करीब होता है.
  • नासा के अनुसार, यह चंद्रमा को साल के सबसे धुंधले चंद्रमा की तुलना में 14 प्रतिशत तक बड़ा और 30 प्रतिशत तक अधिक चमकीला दिखाता है.
    नासा के अनुसार, यह चंद्रमा को साल के सबसे धुंधले चंद्रमा की तुलना में 14 प्रतिशत तक बड़ा और 30 प्रतिशत तक अधिक चमकीला दिखाता है.
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  • अगर आसमान साफ ​​हो तो दुनिया में हर कोई बिना किसी विशेष उपकरण के ‘सुपरमून' देख सकता है. हालांकि, इस अंतर को पहचानना कठिन हो सकता है.
    अगर आसमान साफ ​​हो तो दुनिया में हर कोई बिना किसी विशेष उपकरण के ‘सुपरमून' देख सकता है. हालांकि, इस अंतर को पहचानना कठिन हो सकता है.
  • इस नवीनतम घटना में चंद्रमा पृथ्वी के लगभग 2,24,600 मील (3,61,459 किलोमीटर) की बहुत कम दूरी पर आ जाएगा.
    इस नवीनतम घटना में चंद्रमा पृथ्वी के लगभग 2,24,600 मील (3,61,459 किलोमीटर) की बहुत कम दूरी पर आ जाएगा.
  • इस साल का सबसे ज्यादा नजदीकी ‘सुपरमून' नवंबर में दिखाई देगा, जिसके बाद एक और ‘सुपरमून' दिसंबर में होगा.
    इस साल का सबसे ज्यादा नजदीकी ‘सुपरमून' नवंबर में दिखाई देगा, जिसके बाद एक और ‘सुपरमून' दिसंबर में होगा.
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  • यह खगोलीय नजारा 2026 में जारी रहेगा जब दो चंद्र ग्रहण होंगे: मार्च में उत्तरी अमेरिका, एशिया और ऑस्ट्रेलिया के अधिकांश हिस्सों में पूर्ण चंद्र ग्रहण और अगस्त में अमेरिका, अफ्रीका और यूरोप में आंशिक चंद्र ग्रहण।
    यह खगोलीय नजारा 2026 में जारी रहेगा जब दो चंद्र ग्रहण होंगे: मार्च में उत्तरी अमेरिका, एशिया और ऑस्ट्रेलिया के अधिकांश हिस्सों में पूर्ण चंद्र ग्रहण और अगस्त में अमेरिका, अफ्रीका और यूरोप में आंशिक चंद्र ग्रहण।
  • शरद पूर्णिमा, हिंदू कैलेंडर की सबसे महत्वपूर्ण पूर्णिमाओं में से एक है. इस दिन चंद्रमा अपनी सोलह कलाओं से परिपूर्ण होता है, जो इसे विशेष बनाता है.
    शरद पूर्णिमा, हिंदू कैलेंडर की सबसे महत्वपूर्ण पूर्णिमाओं में से एक है. इस दिन चंद्रमा अपनी सोलह कलाओं से परिपूर्ण होता है, जो इसे विशेष बनाता है.
  • इसे ‘हार्वेस्ट मून' भी कहा जाता है, पारंपरिक रूप से यह चंद्रमा किसानों के लिए रात में फसल काटने में मददगार रहा है, क्योंकि इसकी रोशनी सामान्य से कहीं अधिक तेज होती है.
    इसे ‘हार्वेस्ट मून' भी कहा जाता है, पारंपरिक रूप से यह चंद्रमा किसानों के लिए रात में फसल काटने में मददगार रहा है, क्योंकि इसकी रोशनी सामान्य से कहीं अधिक तेज होती है.
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  • एस्ट्रोफोटोग्राफर्स के लिए यह एक सुनहरा मौका है. जब चंद्रमा क्षितिज के पास होता है, तब वह सबसे बड़ा दिखाई देता है, इसे 'Moon Illusion' कहा जाता है.
    एस्ट्रोफोटोग्राफर्स के लिए यह एक सुनहरा मौका है. जब चंद्रमा क्षितिज के पास होता है, तब वह सबसे बड़ा दिखाई देता है, इसे 'Moon Illusion' कहा जाता है.
  • सुपरमून सुनहरे या नारंगी रंग में दिखाई दे रहा है, जो वायुमंडलीय प्रकाश के फैलाव के कारण होता है. अंधेरे इलाकों में इसकी खूबसूरती और भी अधिक निखरकर सामने आ रही है,
    सुपरमून सुनहरे या नारंगी रंग में दिखाई दे रहा है, जो वायुमंडलीय प्रकाश के फैलाव के कारण होता है. अंधेरे इलाकों में इसकी खूबसूरती और भी अधिक निखरकर सामने आ रही है,