पीएम मोदी ने किया अफगानिस्तान-भारत मैत्री बांध का उद्घाटन

पीएम मोदी ने किया अफगानिस्तान-भारत मैत्री बांध का उद्घाटन

  • अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने पीएम मोदी का गरमजोशी के साथ स्वागत किया।
    अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने पीएम मोदी का गरमजोशी के साथ स्वागत किया।
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  • अफगानिस्तान के हेरात में पीएम मोदी और अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी।
    अफगानिस्तान के हेरात में पीएम मोदी और अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी।
  • अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी, पीएम मोदी और स्थानीय जनता ग्रुप फोटो में।
    अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी, पीएम मोदी और स्थानीय जनता ग्रुप फोटो में।
  • प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने आज यहां संयुक्त रूप से एतिहासिक मैत्री बांध का उद्घाटन किया।
    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने आज यहां संयुक्त रूप से एतिहासिक मैत्री बांध का उद्घाटन किया।
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  • भारत-अफगानिस्तान मैत्री बांध नाम से जाना जाने वाला यह बांध पश्चिमी हेरात में चिश्त-ए-शरीफ नदी पर बना है जो कि ईरान सीमा के नजदीक है। (एएफपी फोटो)
    भारत-अफगानिस्तान मैत्री बांध नाम से जाना जाने वाला यह बांध पश्चिमी हेरात में चिश्त-ए-शरीफ नदी पर बना है जो कि ईरान सीमा के नजदीक है। (एएफपी फोटो)
  • रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हेरात प्रांत में 1,700 करोड़ रुपये की लागत से तैयार इस बांध से युद्धग्रस्त इस देश में पुनर्निर्माण गतिविधियों को आगे बढ़ाने के प्रति भारत की मजबूत प्रतिबद्धता का पता चलता है। (एएफपी फोटो)
    रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हेरात प्रांत में 1,700 करोड़ रुपये की लागत से तैयार इस बांध से युद्धग्रस्त इस देश में पुनर्निर्माण गतिविधियों को आगे बढ़ाने के प्रति भारत की मजबूत प्रतिबद्धता का पता चलता है। (एएफपी फोटो)
  • उद्घाटन अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक पल है। उन्होंने यह भी कहा, 'हम आपके लोगों को एकजुट देखना चाहते हैं और आपको आर्थिक रूप से समृद्ध देखना चाहते हैं।' (एएफपी फोटो)
    उद्घाटन अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक पल है। उन्होंने यह भी कहा, 'हम आपके लोगों को एकजुट देखना चाहते हैं और आपको आर्थिक रूप से समृद्ध देखना चाहते हैं।' (एएफपी फोटो)
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  • इस बांध से यहां 75,000 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई होगी और करीब 42 मेगावॉट बिजली का उत्पादन किया जायेगा। (एएफपी फोटो)
    इस बांध से यहां 75,000 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई होगी और करीब 42 मेगावॉट बिजली का उत्पादन किया जायेगा। (एएफपी फोटो)
  • पहले इसे सलमा बांध के नाम से जाना जाता था। (एएफपी फोटो)
    पहले इसे सलमा बांध के नाम से जाना जाता था। (एएफपी फोटो)