ऑपरेशन सिंदूर: भारत की एयर स्ट्राइक में तबाह हुए ये 9 आंतकी ठिकाने
'ऑपरेशन सिंदूर' से भारत से पहलगाम हमले का बदला ले लिया है. दुश्मनों के 9 ठिकानों पर इतना भीषण प्रहार किया है कि उनकी रुह तक कांप गई. भारतीय वायुसेना ने चुन-चुनकर आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाया. पाकिस्तान के 4 और पीओके के 5 ठिकानों को टारगेट किया गया है. आतंकियों को ठिकानों को नेस्तनाबूद करने के लिए भारतीय वायुसेना के विमान पाकिस्तान में 100 किलोमीटर अंदर तक घुस गए. बताया जा रहा है कि भारत की एयरस्ट्राइक में 60 से ज्यादा आतंकियों का खात्मा हो गया है. आइए आपको बताते हैं, भारतीय वायुसेना ने किन-किन आतंकी ठिकानों को किया नष्ट.
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बहावलपुर, पहला टारगेट- ये इंटरनेशनल बॉर्डर से लगभग 100 किमी दूर है, यहां जैश-ए-मोहम्मद का हेडर्क्वाटर था. जैश का ये ठिकाना अब तबाह हो चुका है.
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गुलपुर, तीसरा टारगेट- गुलपुर आतंकी ठिकाना LoC (पुंछ-राजौरी) से लगभग 35 किलोमीटर दूर स्थित है.
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सवाई लश्कर कैंप, चौथा टारगेट- सवाई लश्कर कैंप, PoK तंगधार सेक्टर के अंदर 30 किलोमीटर दूर स्थित है.
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बिलाल कैंप, पांचवां टारगेट- बिलाल कैंप जैश-ए-मोहम्मद का लॉन्चपैड था. जैश इसका इस्तेमाल आतंकियों को भारतीय सीमा में भेजने के लिए करता था. अब इसे नष्ट कर दिया गया है.
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कोटली, छठा टारगेट- कोटली LoC से लगभग 15 किमी दूर स्थित लश्कर का शिविर था. ये 50 से अधिक आतंकियों की क्षमता वाला ठिकाना था, जिसे भारतीय वायुसेना ने तबाह कर दिया है.
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बरनाला कैंप, सातवां टारगेट- बरनाला कैंप आतंकियों का लॉन्च था. ये एलओसी से महज 10 किमी दूर स्थित था.
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सरजाल कैंप, आठवां टारगेट- सरजाल कैंप में जैश के आंतकी तैयार होते थे. सांबा-कठुआ के सामने इंटरनेशनल बॉर्डर से 8 किमी दूर ये ट्रेनिंग कैंप स्थित था, लेकिन अब ये आतंक की फैक्ट्री नष्ट हो चुकी है.
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मेहमूना कैंप, नौवां टारगेट- सियालकोट के पास स्थित ये ये हिज्बुल मुजाहिदीन का ट्रेनिंग कैंप था और इंटरनेशनल बॉर्डर से इसकी दूरी लगभग 15 किमी थी. इसे भी भारतीय वायुसेना ने तबाह कर दिया है.
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