कश्मीर में स्वर्ग जैसे ये खूबसूरत नजारे, गुलदाउदी से शालीमार गार्डन की ये तस्वीरें दिल छू लेंगी, देखें PHOTOS
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कश्मीर में शरद ऋतु के आते ही घाटी सोने और लाल रंगों की उजली चादर ओढ़ लेती है. -
गिरे हुए चिनार के पत्ते मानो धरती पर प्रकृति की उत्कृष्ट कलाकृति बनकर बिखर जाते हैं. -
श्रीनगर में गुलदाउदी गार्डन, कश्मीर विश्वविद्यालय का नसीम बाग, शालीमार गार्डन और चिनार से घिरी बुलेवार्ड रोड इस मौसम में बेहद ही सुंदर लगते हैं. -
शहर के ये उद्यान प्रतिदिन सैकड़ों लोगों से भर उठते हैं, बेहतर तस्वीरों की तलाश में घूमते फोटोग्राफर, शांत छाया में सुकून तलाशते परिवार और मौसम की सुंदरता में खो जाने वाले पर्यटक यहां दिखते हैं. -
चिनार की पत्तियों का गिरना कश्मीर की शरद ऋतु को एक विशिष्ट पहचान देता है. -
बादामवारी सहित कई उद्यानों में फैली रौनक के बीच, कश्मीर विश्वविद्यालय के नसीम बाग के पास सुनहरे पत्तों से ढके रास्ते भी लोगों को अपनी ओर खींच रहे हैं. -
पर्यटक, छात्र और स्थानीय परिवार तस्वीरें लेते, पत्तों को हवा में उछालते और इस क्षणभंगुर मौसम की यादों को कैद करते दिखते हैं. -
चिनार की पत्तियों से छनकर आती धूप और उसका फैलता हुआ चमकदार असर अद्भुत होता है. कश्मीर में शरद ऋतु सिर्फ एक मौसम नहीं, एक एहसास है. -
श्रीनगर के अनुसार, चिनार हमें यह भी सिखाते हैं कि अंत भी खूबसूरत हो सकता है. -
अक्टूबर के खत्म होते और नवंबर के शुरू होते ही घाटी सर्दियों की शांति के स्वागत की तैयारी करने लगती है. -
खानयार के एक स्थानीय निवासी ने बताया कि पत्तों को धीरे-धीरे गिरते देखना एक मन को मोह लेने वाला दृश्य है, जो पूरे वातावरण को सुनहरे और लाल आभा में बदल देता है. उनके शब्दों में, 'पत्तियां, दृश्य, रंग-सब कुछ बिल्कुल जादुई लगता है.' -
नवंबर महीने खत्म होते-होते कश्मीर का मौसम और सुंदर साथ ही ठंडा भी हो जाता है. -
जनवरी के दौरान यहां की डल झील पूरी तरह से जम जाती है. -
विश्वविद्यालय परिसर में रहने वाले छात्रों का कहना है कि वे हर साल इस समय का बेसब्री से इंतजार करते हैं. -
अगर आप भी कश्मीर जाने का प्लान कर रहे हैं तो नवंबर से जनवरी तक का समय सबसे उत्तम है.
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