US चुनाव जीत जाए बेटी : भारत में कमला के गांव में चल रही विशेष पूजा
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान शुरू हो गया है. हैरिस के पैतृक गांव थुलसेंद्रपुरम में ग्रामीणों ने श्री धर्म संस्था मंदिर में इस उम्मीद से प्रार्थना की है कि वह पूर्व राष्ट्रपति और रिपब्लिकन प्रत्याशी डोनाल्ड ट्रंप को हराकर विजयी होंगी.
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कमला हैरिस के पैतृक गांव के लोग US राष्ट्रपति चुनाव में हैरिस की जीत की कर रहे कामना.
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तिरुवरुर जिले के थुलसेंद्रपुरम गांव में उत्साह और उम्मीद का माहौल बना हुआ है.
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इस गांव के लोगों को आस है कि वर्तमान उपराष्ट्रपति कमला हैरिस अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल करेंगी.
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हैरिस के पैतृक गांव थुलसेंद्रपुरम में ग्रामीणों ने श्री धर्म संस्था मंदिर में इस उम्मीद से प्रार्थना की है कि वह पूर्व राष्ट्रपति और रिपब्लिकन प्रत्याशी डोनाल्ड ट्रंप को हराकर विजयी होंगी.
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ग्रामीणों ने एक बड़ा बैनर भी लगाया है जिस पर कमला की तस्वीर है. इस बैनर पर कमला को जीत की शुभकामनाएं दी गयी हैं.
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थुलसेंद्रपुरम कमला के नाना और पूर्व भारतीय राजनयिक पी.वी. गोपालन का पैतृक गांव है.
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कमला की मां श्यामला पूर्व भारतीय राजनयिक गोपालन की बेटी थीं.
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अगस्त 2020 में यह गांव तब सुर्खियों में आया जब कमला को उपराष्ट्रपति पद के डेमोक्रेट उम्मीदवार के रूप में नामित किया गया था.
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बाद में उसी साल इस गांव में उनकी जीत का जश्न मनाया गया.
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श्री धर्म संस्था मंदिर के मूल देवता के लिए विशेष अर्चना का आयोजन किया गया है.
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मंदिर के मूल देवता कमला के पूर्वजों के कुलदेवता हैं.
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मदुरै में भी ऐसी ही प्रार्थनाएं की गईं, जहां आध्यात्मिक संगठन अनुशनाथिन अनुग्रहम ने चार नवंबर को एक विशेष प्रार्थना की.
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अगर कमला चुनाव जीत जाती हैं, तो जिले के पैंगानाडु में गांव के नेता गरीबों को ‘अन्नदानम' (मुफ्त भोजन) देंगे.
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कमला के नाना गोपालन का जन्म इसी गांव में हुआ था. उन्होंने श्री धर्म संस्था मंदिर को करीब एक लाख रुपए का दान दिया था.
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देश भर में करोड़ों मतदाता प्री पोल वोटिंग के तहत पहले ही मतदान कर चुके हैं.
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यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा की चुनाव प्रयोगशाला के आंकड़ों के अनुसार, सोमवार रात तक 82 मिलियन से अधिक मतदाता पहले ही मतदान कर चुके थे.
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2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव का नतीजा मंगलवार को मतदान समाप्त होने के कुछ ही घंटों बाद बुधवार सुबह (स्थानीय समयानुसार) तक आ सकता है या इसमें दिन, सप्ताह और, जैसा कि एक मामले में हुआ, एक महीना लग सकता है.
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सबसे देरी से नतीजे 2000 के चुनाव में आए. देश को अपने अगले राष्ट्रपति, जॉर्ज डब्ल्यू बुश के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा. मतदान 7 नवंबर को समाप्त हुआ और राज्य का परिणाम 12 दिसंबर सामने आया.
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2020 में नतीजे आने में बहुत समय लगा. मतदान 3 नवंबर की शाम को समाप्त हो गया था, लेकिन जब जो बाइडेन को पेंसिल्वेनिया में 19 इलेक्टोरल कॉलेज वोट हासिल करने के लिए 7 नवंबर तक इंतजार करना पड़ा.
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