International Yoga Day: UN मुख्यालय में पीएम मोदी ने किए ये योग आसन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नौवें अंतरराष्ट्रीय दिवस के मौके पर न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित योग कार्यक्रम का नेतृत्‍व किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कई योग आसन किए.

  • ताड़ासन: इस आसन को ताड़ के पेड़ या पर्वत मुद्रा के रूप में भी जाना जाता है, इस योग आसन को करना काफी आसान है. ताड़ासन शरीर में स्थिरता और दृढ़ता लाता है, पीठ की मांसपेशियों और तंत्रिकाओं के जमाव को दूर करने में मदद करता है और बॉर्डी पोस्चर को ठीक करता है. (फोटो: pexels)
    ताड़ासन: इस आसन को ताड़ के पेड़ या पर्वत मुद्रा के रूप में भी जाना जाता है, इस योग आसन को करना काफी आसान है. ताड़ासन शरीर में स्थिरता और दृढ़ता लाता है, पीठ की मांसपेशियों और तंत्रिकाओं के जमाव को दूर करने में मदद करता है और बॉर्डी पोस्चर को ठीक करता है. (फोटो: pexels)
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  • अर्ध उष्ट्रासन: इसे आधा ऊंट मुद्रा भी कहा जाता है. इसमें घूटनों के बल खड़े होकर शरीर को पीछे की ओर धकेलना होता है. यह मुद्रा मोटापा कम करने और शरीर को लचीला बनाने में काफी मददगार है. (फोटो: pexels)
    अर्ध उष्ट्रासन: इसे आधा ऊंट मुद्रा भी कहा जाता है. इसमें घूटनों के बल खड़े होकर शरीर को पीछे की ओर धकेलना होता है. यह मुद्रा मोटापा कम करने और शरीर को लचीला बनाने में काफी मददगार है. (फोटो: pexels)
  • पवनमुक्तासन: यह गैस और कब्ज से निपटने में बहुत मददगार होता है. इसका अभ्यास करने के लिए पीठ के बल पैरों को एक साथ मिलाकर और हाथों को शरीर के बगल में रखकर लेट जाएं. इससे आपको काफी आराम मिलेगा. (फोटो: istock)
    पवनमुक्तासन: यह गैस और कब्ज से निपटने में बहुत मददगार होता है. इसका अभ्यास करने के लिए पीठ के बल पैरों को एक साथ मिलाकर और हाथों को शरीर के बगल में रखकर लेट जाएं. इससे आपको काफी आराम मिलेगा. (फोटो: istock)
  • पादहस्तासन: इसे करने के लिए शरीर को आगे की ओर झुकाएं और हाथों से पैरों को छुएं. यह आसन रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाने में मदद करता है, पाचन तंत्र में सुधार करता है और मासिक धर्म की समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करता है. (फोटो: pexels)
    पादहस्तासन: इसे करने के लिए शरीर को आगे की ओर झुकाएं और हाथों से पैरों को छुएं. यह आसन रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाने में मदद करता है, पाचन तंत्र में सुधार करता है और मासिक धर्म की समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करता है. (फोटो: pexels)
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  • शशांकासन: खरगोश मुद्रा एक सरल गतिशील आगे की ओर झुकने वाली मुद्रा है जो शरीर और मन को आराम और स्फूर्ति प्रदान करती है. शशांकासन मस्तिष्क को तरोताज़ा करता है, जिससे याददाश्त और एकाग्रता बढ़ती है और थकान, क्रोध और भावनात्मक अस्थिरता कम होती है. (फोटो: pexels)
    शशांकासन: खरगोश मुद्रा एक सरल गतिशील आगे की ओर झुकने वाली मुद्रा है जो शरीर और मन को आराम और स्फूर्ति प्रदान करती है. शशांकासन मस्तिष्क को तरोताज़ा करता है, जिससे याददाश्त और एकाग्रता बढ़ती है और थकान, क्रोध और भावनात्मक अस्थिरता कम होती है. (फोटो: pexels)
  • भुजंगासन: यह आसन कोबरा मुद्रा के रूप में जाना जाता है, यह सबसे लोकप्रिय योग मुद्राओं में से एक है. यह दर्द से राहत देने के लिए कंधों और गर्दन को खोलता है, पेट को टोन करता है और पीठ और कंधों को मजबूत करता है. (फोटो: pexels)
    भुजंगासन: यह आसन कोबरा मुद्रा के रूप में जाना जाता है, यह सबसे लोकप्रिय योग मुद्राओं में से एक है. यह दर्द से राहत देने के लिए कंधों और गर्दन को खोलता है, पेट को टोन करता है और पीठ और कंधों को मजबूत करता है. (फोटो: pexels)
  • वज्रासन: यह काफी आसान योग आसन है. इसमें दोनों पैरों को मोड़कर घुटने टेकने की स्थिति में बैठना शामिल है. वज्रासन पेट के निचले हिस्से में रक्त परिसंचरण को बढ़ाता है, पाचन में सुधार करता है और पेट क्षेत्र में अत्यधिक गैस और दर्द से राहत देता है. (फोटो: pexels)
    वज्रासन: यह काफी आसान योग आसन है. इसमें दोनों पैरों को मोड़कर घुटने टेकने की स्थिति में बैठना शामिल है. वज्रासन पेट के निचले हिस्से में रक्त परिसंचरण को बढ़ाता है, पाचन में सुधार करता है और पेट क्षेत्र में अत्यधिक गैस और दर्द से राहत देता है. (फोटो: pexels)
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  • शवासन: यह एक बेहद आरामदायक आसन है, जिसका उपयोग आमतौर पर योग सत्र के अंत में किया जाता है. यह तनाव को कम कर एकाग्रता को बढ़ता है. (फोटो: istock)
    शवासन: यह एक बेहद आरामदायक आसन है, जिसका उपयोग आमतौर पर योग सत्र के अंत में किया जाता है. यह तनाव को कम कर एकाग्रता को बढ़ता है. (फोटो: istock)