'स्वच्छ भारत, संपन्न भारत टेलीथॉन' में हुए खास मुद्दों पर डालिए नज़र....
'स्वच्छ भारत, संपन्न भारत टेलीथॉन' लाइव चल रहा हैं. इस स्पेशल इवेंट के दौरान बहुत ही अहम मुद्दों पर बातचीत हो रही हैं. आइए देखते है कि पैनल में किसने क्या-क्या कहा.......
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सबसे पहले शुरुआत करते है एक खूबसूरत प्रस्तुति से, 'स्वस्थ भारत, संपूर्ण भारत' टेलीथॉन के मंच पर राजस्थान का कालबेलिया लोक नृत्य भी परफॉर्म किया गया.
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जुनैद अहमद, वर्ल्ड बैंक के कंट्री डायरेक्टर भी 'स्वस्थ भारत, संपूर्ण भारत' टेलीथॉन में शामिल हुए और उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि दुनिया और भारत ने यह खोज लिया है कि हमें सार्वजनिक स्वास्थ्य पर वापस ध्यान देना चाहिए.
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स्वास्थ्य अर्थव्यवस्था की नींव है: लक्ष्मण नरसिम्हन, सीईओ, रेकिट ने कहा कि "प्रौद्योगिकी सीमाओं से परे चली गई है. हमें सोचना होगा कि हम एक दूसरे से कैसे जुड़े हैं."
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गौरव जैन, वरिष्ठ उपाध्यक्ष- दक्षिण एशिया, रेकिट ने कहा कि "हम बुनियादी स्वच्छता आदतों को बनाए रखेंगे जो पिछले वर्षों में बनी हैं."
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डॉ एनके अरोड़ा, राष्ट्रीय टीकाकरण पर तकनीकी सलाहकार समूह के प्रमुख ने कहा कि वैक्सीन के प्रति लोगों में उत्साह बना रहना चाहिए.
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अभियान के सीजन 8 का उद्देश्य 'वन हेल्थ, वन प्लैनेट, वन फ्यूचर - लीविंग नो वन बिहाइंड' हैं.
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डॉ प्रणय रॉय ने कहा कि समाज में इस अहसास की कमी है कि हम एक ग्रह हैं और हम किसी को पीछे नहीं छोड़ सकते. COVID-19 ने एक बड़ा सबक सिखाया है कि हम एक ग्रह पर रहते हैं.
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अमिताभ बच्चन मंच पर ही बैंड धारावी रॉक्स के साथ ड्रम बजाने लगे.
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विश्व स्वास्थ्य संगठन की मुख्य वैज्ञानिक, सौम्या स्वामीनाथन भी टेलीथॉन के दौरान 'भारत में स्वास्थ्य, स्वच्छता और पोषण के 75 वर्ष' विषय पर आयोजित विशेष चर्चा में शामिल हुईं.उन्होंने कहा कि "मैंने कई नवजात शिशुओं में टेटनस जैसी भयंकर बीमारी के कई मामले देखे थे लेकिन टीकाकरण की बदौलत मातृ और नवजात टेटनस को समाप्त कर दिया गया. चेचक और पोलियो को भी खत्म कर दिया गया. इसलिए, मैं वास्तव में इसे शीर्ष उपलब्धियों में से एक मानूंगी."
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भारत में सामुदायिक स्वास्थ्य क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले और पद्म भूषण से सम्मानित डॉ श्रीनाथ रेड्डी, प्रेसिडेंट पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया ने कहा कि "हमें इस सच्चाई के साथ जीना होगा कि वायरस हमारे साथ रहने वाला है, मुझे नहीं लगता कि यह कभी खत्म हो पाएगा. हम बस यही उम्मीद कर सकते हैं कि लोगों की प्रतिरोधक क्षमता का निर्माण किया जाए ताकि वे गंभीर रूप से बीमार न हों."
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धारावी रॉक्स, एक ऐसा बैंड जो कचरों पर गीत-संगीत बनाता है, ने 12 घंटे के स्वस्थ भारत, संपूर्ण भारत टेलीथॉन में अपनी प्रस्तुति दी.
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मार्था चेन, विकास व्यवसायी और विद्वान, पद्म श्री अवार्डी ने कहा कि "मैं भारत के अनौपचारिक कार्यबल को स्वास्थ्य और समृद्धि के बीच एक कड़ी के रूप में देखती हूं. सभी श्रमिकों में 90 प्रतिशत यानी 415 मिलियन अनौपचारिक हैं. वे 'रोटी, कपड़ा, मकान', स्वास्थ्य सेवा, परिवहन, कचरा प्रबंधन सेवाएं और बहुत कुछ प्रदान करते हैं.हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि वे आगे बढ़ने में पीछे न रहें. हमें कोविड के आर्थिक प्रभाव को इस तरह से ठीक करना है कि अनौपचारिक श्रमिकों को शामिल किया जाए."
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