'Eagle Specially Abled Riders' अपने अलग अंदाज से दिव्‍यांगों को करते हैं प्रेरित

ईगल स्पेशली एबल्ड राइडर्स विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर जागरूकता फैलाने के लिए देश भर में रेट्रो-फिटेड स्कूटरों पर घूमता है.

  • ईगल स्पेशली एबल्ड राइडर्स दिव्‍यांग लोगों के लिए प्रेरित, गतिशील लोगों का एक समूह है, जो महिला सशक्तिकरण से लेकर समावेश और दिव्‍यांग लोगों के लिए शिक्षा के महत्व जैसे विभिन्न सामाजिक मुद्दों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए देश भर में रेट्रो-फिटेड स्कूटर पर यात्रा करते हैं.
    ईगल स्पेशली एबल्ड राइडर्स दिव्‍यांग लोगों के लिए प्रेरित, गतिशील लोगों का एक समूह है, जो महिला सशक्तिकरण से लेकर समावेश और दिव्‍यांग लोगों के लिए शिक्षा के महत्व जैसे विभिन्न सामाजिक मुद्दों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए देश भर में रेट्रो-फिटेड स्कूटर पर यात्रा करते हैं.
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  • 2015 में स्थापित, ईगल स्पेशली एबल्ड राइडर्स का उद्देश्य दिव्‍यांग लोगों की ओर ध्यान आकर्षित करना है. आमिर सिद्दीकी, जिन्हें पोस्ट पोलियो रिज़िजूअल पेरालाइसिस हो गया था, यह एक ऐसी स्थिति जो दिव्‍यांगता की ओर ले जाती है और इलाज योग्य नहीं है, जब वह मुश्किल से 18 महीने के थे, समूह के सह-संस्थापक बने. उन्होंने कहा, "ज्यादातर मामलों में आप देखेंगे कि अगर परिवार में कोई दिव्‍यांग व्यक्ति है, तो परिवार के यात्रा या कार्यक्रमों में भाग लेने के दौरान उन्हें अक्सर घर पर अकेला छोड़ दिया जाता है.
    2015 में स्थापित, ईगल स्पेशली एबल्ड राइडर्स का उद्देश्य दिव्‍यांग लोगों की ओर ध्यान आकर्षित करना है. आमिर सिद्दीकी, जिन्हें पोस्ट पोलियो रिज़िजूअल पेरालाइसिस हो गया था, यह एक ऐसी स्थिति जो दिव्‍यांगता की ओर ले जाती है और इलाज योग्य नहीं है, जब वह मुश्किल से 18 महीने के थे, समूह के सह-संस्थापक बने. उन्होंने कहा, "ज्यादातर मामलों में आप देखेंगे कि अगर परिवार में कोई दिव्‍यांग व्यक्ति है, तो परिवार के यात्रा या कार्यक्रमों में भाग लेने के दौरान उन्हें अक्सर घर पर अकेला छोड़ दिया जाता है.
  • बाइकर्स अपनी सवारी की योजना बनाते हैं. यात्रा के दौरान, वे स्थानीय रूप से रहते हैं और महिला सशक्तिकरण, दिव्‍यांगता, समावेश और यौन शोषण जैसे विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर स्थानीय लोगों से जुड़ते हैं. उदाहरण के लिए, 2019 में, राइडर्स के समूह ने 'डिफरेंटली-एबल्ड के लिए शिक्षा का महत्व' पर दुनिया की सबसे लंबी सुलभ जागरूकता राइड पूरी की. 3,500 किमी लंबी सवारी 1 अक्टूबर को दिल्ली में इंडिया गेट से मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया और 15 अक्टूबर को इंडिया गेट तक वापस शुरू हुई. यात्रा रेट्रो-फिट स्कूटर पर कवर की गई थी.
    बाइकर्स अपनी सवारी की योजना बनाते हैं. यात्रा के दौरान, वे स्थानीय रूप से रहते हैं और महिला सशक्तिकरण, दिव्‍यांगता, समावेश और यौन शोषण जैसे विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर स्थानीय लोगों से जुड़ते हैं. उदाहरण के लिए, 2019 में, राइडर्स के समूह ने 'डिफरेंटली-एबल्ड के लिए शिक्षा का महत्व' पर दुनिया की सबसे लंबी सुलभ जागरूकता राइड पूरी की. 3,500 किमी लंबी सवारी 1 अक्टूबर को दिल्ली में इंडिया गेट से मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया और 15 अक्टूबर को इंडिया गेट तक वापस शुरू हुई. यात्रा रेट्रो-फिट स्कूटर पर कवर की गई थी.
  • अक्टूबर 2021 में, यह समूह ज़ोजिला दर्रे से होकर कारगिल गया, जहां बस और स्कूटर भी मुश्किल से चल पाता है. चार महिलाओं समेत 11 लोगों का दल कारगिल पहुंचा और वहां राष्ट्रीय ध्वज फहराया. सिद्दीकी ने कहा, "ऐसा कहा जाता है कि रास्ते को कवर करने के लिए कम से कम 300cc बाइक की आवश्यकता होती है, लेकिन हम अपने 110cc स्कूटर पर 12 दिनों में गंतव्य तक पहुंच गए. हम यह टैग हटाना चाहते थे कि 'दिव्‍यांग लोग कारगिल तक नहीं पहुंच सकते".
    अक्टूबर 2021 में, यह समूह ज़ोजिला दर्रे से होकर कारगिल गया, जहां बस और स्कूटर भी मुश्किल से चल पाता है. चार महिलाओं समेत 11 लोगों का दल कारगिल पहुंचा और वहां राष्ट्रीय ध्वज फहराया. सिद्दीकी ने कहा, "ऐसा कहा जाता है कि रास्ते को कवर करने के लिए कम से कम 300cc बाइक की आवश्यकता होती है, लेकिन हम अपने 110cc स्कूटर पर 12 दिनों में गंतव्य तक पहुंच गए. हम यह टैग हटाना चाहते थे कि 'दिव्‍यांग लोग कारगिल तक नहीं पहुंच सकते".
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  • 12 दिनों की इस सवारी में शौचालयों तक पहुंच, होटलों में लिफ्ट की सुविधा की कमी और राजमार्ग पर तेज गति से चलने वाले भारी ट्रकों जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ा है. सिद्दीकी ने कहा कि इसका उद्देश्य पर्यटन स्थलों को सुलभ बनाना है.
    12 दिनों की इस सवारी में शौचालयों तक पहुंच, होटलों में लिफ्ट की सुविधा की कमी और राजमार्ग पर तेज गति से चलने वाले भारी ट्रकों जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ा है. सिद्दीकी ने कहा कि इसका उद्देश्य पर्यटन स्थलों को सुलभ बनाना है.
  • चार दोस्तों द्वारा शुरू किए गए इस ग्रुप में अब लगभग 70 सदस्य हैं. हालांकि, स्कूटर तक पहुंच के आधार पर केवल 10-15 लोगों को ही विशेष सवारी का मौका मिलता है.
    चार दोस्तों द्वारा शुरू किए गए इस ग्रुप में अब लगभग 70 सदस्य हैं. हालांकि, स्कूटर तक पहुंच के आधार पर केवल 10-15 लोगों को ही विशेष सवारी का मौका मिलता है.
  • सिद्दीकी ने कहा, "हम सहानुभूति पाने के लिए ऐसा नहीं कर रहे हैं. हम अपनी केयर करने में पूरी तरह सक्षम होना चाहते हैं, और वास्तव में, अपनी क्षमताओं के साथ दूसरों की मदद करना चाहते हैं".
    सिद्दीकी ने कहा, "हम सहानुभूति पाने के लिए ऐसा नहीं कर रहे हैं. हम अपनी केयर करने में पूरी तरह सक्षम होना चाहते हैं, और वास्तव में, अपनी क्षमताओं के साथ दूसरों की मदद करना चाहते हैं".
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