'सिस्टम' की बदइंतजामी...लाखों की भीड़, तस्वीरों से समझिए चेन्नई में एयर शो के बाद कैसे हुआ हादसा?

चेन्नई में भारतीय वायुसेना (IAF) का मरीना तट पर रविवार को आयोजित ‘एयर शो' हालांकि आकर्षण का केंद्र था. लेकिन इसे देखने के लिए एकत्र हुए हजारों लोगों को कार्यक्रम के बाद घर लौटने में कई परेशानियों का सामना करना पड़ा. पुलिस ने बताया कि इस दौरान पांच लोग बीमार हो गये और उनकी मौत हो गई.

  • भारतीय वायु सेना द्वारा 15 लाख दर्शकों को जुटाने के लक्ष्य से लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए एयर शो का आयोजन किया गया था. लेकिन भीड़ और यातायात प्रबंधन को लेकर चेन्‍नई सिटी पुलिस और स्थानीय प्रशासन पर कई सवाल उठाए जा रहे हैं. तस्वीर में आप अनियंत्रित भीड़ को देख सकते हैं.
    भारतीय वायु सेना द्वारा 15 लाख दर्शकों को जुटाने के लक्ष्य से लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए एयर शो का आयोजन किया गया था. लेकिन भीड़ और यातायात प्रबंधन को लेकर चेन्‍नई सिटी पुलिस और स्थानीय प्रशासन पर कई सवाल उठाए जा रहे हैं. तस्वीर में आप अनियंत्रित भीड़ को देख सकते हैं.
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  • सुबह 11 बजे निर्धारित एयर शो के करीब भीड़ इतनी अधिक हो गई कि मरीना बीच रोड के किनारे एमआरटीएस रेलवे स्टेशन पर लोगों का सैलाब नजर आने लगा और यहां भगदड़ जैसे हालात कायम हो गए.
    सुबह 11 बजे निर्धारित एयर शो के करीब भीड़ इतनी अधिक हो गई कि मरीना बीच रोड के किनारे एमआरटीएस रेलवे स्टेशन पर लोगों का सैलाब नजर आने लगा और यहां भगदड़ जैसे हालात कायम हो गए.
  • उचित पुलिस व्‍यवस्‍था नहीं होने के कारण वाहन सड़क पर दोनों ओर से बेतरतीब ढंग से प्रवेश कर गए और जिससे ज्‍यादातर सड़कों पर दो घंटे से अधिक समय तक जाम लग गया.
    उचित पुलिस व्‍यवस्‍था नहीं होने के कारण वाहन सड़क पर दोनों ओर से बेतरतीब ढंग से प्रवेश कर गए और जिससे ज्‍यादातर सड़कों पर दो घंटे से अधिक समय तक जाम लग गया.
  • आयोजन के बाद उस समय अफरातफरी मच गई जब पूरी भीड़ लौटने लगी. बीच रोड पर एक-एक इंच जगह पर कोई न कोई नजर आ रहा था. इसके साथ ही पीने के पानी की भी पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी. तापमान बढ़ने और कोई सार्वजनिक परिवहन नहीं होने के कारण सैकड़ों लोगों को सार्वजनिक वाहन तक पहुंचने के लिए जाम से भरी सड़कों पर तीन से चार किलोमीटर पैदल चलना पड़ा.
    आयोजन के बाद उस समय अफरातफरी मच गई जब पूरी भीड़ लौटने लगी. बीच रोड पर एक-एक इंच जगह पर कोई न कोई नजर आ रहा था. इसके साथ ही पीने के पानी की भी पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी. तापमान बढ़ने और कोई सार्वजनिक परिवहन नहीं होने के कारण सैकड़ों लोगों को सार्वजनिक वाहन तक पहुंचने के लिए जाम से भरी सड़कों पर तीन से चार किलोमीटर पैदल चलना पड़ा.
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  • कई बच्चे बेहद थके हुए थे और बिना पानी के फुटपाथ पर बैठे थे. कई लोगों को बेहोश या थके हुए व्यक्तियों की देखभाल करते भी दिखे.
    कई बच्चे बेहद थके हुए थे और बिना पानी के फुटपाथ पर बैठे थे. कई लोगों को बेहोश या थके हुए व्यक्तियों की देखभाल करते भी दिखे.
  • एमआरटीएस रेलवे स्टेशन पर लोगों का सैलाब नजर आने लगा और यहां भगदड़ जैसे हालात कायम हो गए. पुलिसकर्मी मूकदर्शक बनकर अपने दोपहिया वाहनों से वापस लौटने में व्यस्त थे.  सार्वजनिक रूप से हंगामा होने तक उन्होंने न तो स्थिति को नियंत्रित किया और न ही फंसी हुई एम्बुलेंस की मदद के लिए हस्तक्षेप किया.
    एमआरटीएस रेलवे स्टेशन पर लोगों का सैलाब नजर आने लगा और यहां भगदड़ जैसे हालात कायम हो गए. पुलिसकर्मी मूकदर्शक बनकर अपने दोपहिया वाहनों से वापस लौटने में व्यस्त थे. सार्वजनिक रूप से हंगामा होने तक उन्होंने न तो स्थिति को नियंत्रित किया और न ही फंसी हुई एम्बुलेंस की मदद के लिए हस्तक्षेप किया.