Chai Pe Shayari: नमकीन-बिस्‍किट की कमी महसूस नहीं होने देगी चाय पर ये शायरी, Tea Lovers दोस्‍तों से जरूर करें शेयर...

Chai Shayari For Lover in Hindi: सुबह की शुरुआत गर्मागर्म चाय के प्याले (Tea Lover) के साथ हो तो पूरा दिन बन जाता है. ये चाय ही तो है जो अपनों को अपनों से जोड़ती है. दोस्ती के न जाने कितने किस्से, कितनी यादें उन्हीं नुक्कड़ों पर तो बनती बिगड़ती हैं जहां चाय के प्याले (Funny chai kavita hindi) बंटते चले जाते हैं. चाय का गर्मागर्म एक प्याला (Ek Pyala Chai) न जाने कितने गिले शिकवे मिटाकर दोस्ती को मजबूत करता है और मोहब्बत की बात भी तो इसी प्याले के नाम से होती है. इस लेख में चाय के दीवानों यानी Chai Lover और चाय पर शायरी (Chai Shayari) शेयर की है.

  • अरे कभी खुद के लिए भी जिया करो
कोई दे या न दे बना कर तुमको
चाय तो तुम बस अपने हाथ से बनाकर पिया करो
    अरे कभी खुद के लिए भी जिया करो कोई दे या न दे बना कर तुमको चाय तो तुम बस अपने हाथ से बनाकर पिया करो
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  • न चांद ला सकता हूं, न तारे तोड़ सकता हूं
जमीन से जुड़ा आशिक हूं यार तुम्हारे लिए चाय बना सकता हूं
    न चांद ला सकता हूं, न तारे तोड़ सकता हूं जमीन से जुड़ा आशिक हूं यार तुम्हारे लिए चाय बना सकता हूं
  • मैं जानता नहीं बदलना, मौसम की तरह
मैंने तुम्हें चाहा है सुबह की चाय की तरह
    मैं जानता नहीं बदलना, मौसम की तरह मैंने तुम्हें चाहा है सुबह की चाय की तरह
  • असली दीवाना तो वो है जो कहे
'गर्मी की ऐसी कि तैसी, भाई तू बस चाए पिला मलाई मार कर'
    असली दीवाना तो वो है जो कहे 'गर्मी की ऐसी कि तैसी, भाई तू बस चाए पिला मलाई मार कर'
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  • मिलो न कभी चाय पर, वही पुराने किस्से सुनेंगे
तुम बस बोलती रहना, हम खामोश होकर चुस्कियों में सुनेंगे
    मिलो न कभी चाय पर, वही पुराने किस्से सुनेंगे तुम बस बोलती रहना, हम खामोश होकर चुस्कियों में सुनेंगे
  • मेरी जिंदगी की सुबह, शाम या कोई भी रात हो
एक प्‍याली चाय हो और दूसरा तुम्‍हारा साथ हो
    मेरी जिंदगी की सुबह, शाम या कोई भी रात हो एक प्‍याली चाय हो और दूसरा तुम्‍हारा साथ हो
  • एक गिलासी, दो गिलासी, तीन गिलासी चार
आज पैसे घर भू आया, तू चाय पिला दे यार...
    एक गिलासी, दो गिलासी, तीन गिलासी चार आज पैसे घर भू आया, तू चाय पिला दे यार...
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  • जीने का मजा है इश्‍क करने में
पर असली मजा तो तब है
जब प्‍यार ऐसा मिले
जो झिझक न करे भरी गर्मी में चाय पीने में
    जीने का मजा है इश्‍क करने में पर असली मजा तो तब है जब प्‍यार ऐसा मिले जो झिझक न करे भरी गर्मी में चाय पीने में
  • अपनी अपनी आदत होती है मेरे दोस्‍त
वो आज भी बेवफा है, और हम भरी गर्मी में चाय से वफा निभा रहे हैं
    अपनी अपनी आदत होती है मेरे दोस्‍त वो आज भी बेवफा है, और हम भरी गर्मी में चाय से वफा निभा रहे हैं