आंखों को कमजोर बना देती हैं ये आदतें

कुछ आदतें आंखों को कमजोर बना सकती हैं, जिन्‍हें छोड़ देना ही बेहतर है.

  • आजकल कम उम्र के लोगों में भी आंखें जल्दी कमजोर होने की समस्याएं देखने को मिल रही हैं. Pic Credit- Pexels
    आजकल कम उम्र के लोगों में भी आंखें जल्दी कमजोर होने की समस्याएं देखने को मिल रही हैं. Pic Credit- Pexels
  • Advertisement
  • कई आदतें ऐसी हैं, जिससे आंखें कमजोर हो सकती हैं. इन्‍हें छोड़ देना ही बेहतर है. Pic Credit- Pexels
    कई आदतें ऐसी हैं, जिससे आंखें कमजोर हो सकती हैं. इन्‍हें छोड़ देना ही बेहतर है. Pic Credit- Pexels
  • अगर आप पर्याप्त पानी नहीं पीते हैं तो आपकी आंखों में पानी की कमी होने की संभावना ज्यादा होती है. इससे आंखें सूजी हुई, ड्राई और लाल हो जाएंगी. Pic Credit- Pexels
    अगर आप पर्याप्त पानी नहीं पीते हैं तो आपकी आंखों में पानी की कमी होने की संभावना ज्यादा होती है. इससे आंखें सूजी हुई, ड्राई और लाल हो जाएंगी. Pic Credit- Pexels
  • कंप्यूटर पर लंबे समय तक काम करने या स्मार्टफोन स्क्रॉल करने से आंखें ड्राई हो जाती हैं, धुंधली आंखों की रोशनी और अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. Pic Credit- Pexels
    कंप्यूटर पर लंबे समय तक काम करने या स्मार्टफोन स्क्रॉल करने से आंखें ड्राई हो जाती हैं, धुंधली आंखों की रोशनी और अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. Pic Credit- Pexels
  • Advertisement
  • अगर आप अपनी आंखों को बार-बार रगड़ते हैं तो इससे मायोपिया और ग्लूकोमा की स्थिति खराब हो सकती है, जिसका सीधा असर आपकी आंखों की रोशनी पर पड़ता है. Pic Credit- Pexels
    अगर आप अपनी आंखों को बार-बार रगड़ते हैं तो इससे मायोपिया और ग्लूकोमा की स्थिति खराब हो सकती है, जिसका सीधा असर आपकी आंखों की रोशनी पर पड़ता है. Pic Credit- Pexels
  • खराब डाइट आपकी आंखों के लिए हानिकारक है. हमारी आंखों की रोशनी के लिए जो फूड्स हेल्दी हैं उनमें पत्तेदार सब्जियां, अंडे, नट्स और सी फूड्स शामिल हैं. Pic Credit- Pexels
    खराब डाइट आपकी आंखों के लिए हानिकारक है. हमारी आंखों की रोशनी के लिए जो फूड्स हेल्दी हैं उनमें पत्तेदार सब्जियां, अंडे, नट्स और सी फूड्स शामिल हैं. Pic Credit- Pexels
  • जब कोई रोज छह से आठ घंटे से कम नींद लेना शुरू कर देता है तो आंखों में थकान और तनाव शुरू हो सकता है. Pic Credit- Pexels
    जब कोई रोज छह से आठ घंटे से कम नींद लेना शुरू कर देता है तो आंखों में थकान और तनाव शुरू हो सकता है. Pic Credit- Pexels
  • Advertisement
  • धूम्रपान न करने वालों की तुलना में धूम्रपान करने वालों में मैक्यूलर डिजनरेशन होने की ज्यादा संभावना होती है. धूम्रपान करने वालों में भी मोतियाबिंद होने की संभावना ज्यादा होती है. Pic Credit- Pexels
    धूम्रपान न करने वालों की तुलना में धूम्रपान करने वालों में मैक्यूलर डिजनरेशन होने की ज्यादा संभावना होती है. धूम्रपान करने वालों में भी मोतियाबिंद होने की संभावना ज्यादा होती है. Pic Credit- Pexels