युद्ध, शांति और तबाह गाजा, ये तस्वीरें बता रहीं 737 दिन की कहानी
हमास और इजरायल के बीच युद्धविराम समझौता लागू हो चुका है. सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल की संसद में कहा, 'आसमान शांत है, बंदूकें शांत हैं, सायरन शांत हैं, और सूरज उस पवित्र भूमि पर उग रहा है जहां आखिरकार शांति है.' लेकिन दो साल तक चले युद्ध में गाजा में फिलिस्तीन के लोगों ने भारी कीमत चुकाई है.
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गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि पिछले 24 घंटों में नष्ट हुई इमारतों के मलबे के नीचे से 60 फलस्तीनियों के शव बरामद किए गए हैं और उन्हें अस्पतालों में पहुंचाया गया है. इस तरह, इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम लागू होने और इज़राइली सैनिकों के गाजा के कुछ हिस्सों से पीछे हटने के बाद से पिछले चार दिनों में बरामद शवों की संख्या 200 हो गई है.
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मंत्रालय का कहना है कि कई मृत लोग अब भी मलबे के नीचे दबे हैं, खासकर उन इलाकों में जहां बचावकर्मियों के लिये पहुंचना मुश्किल है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गाजा में इजरायल इल के अभियान में 67,800 से ज़्यादा फलस्तीनी मारे गए. मंत्रालय नागरिकों और लड़ाकों में कोई अंतर नहीं करता, लेकिन उसका कहना है कि मृतकों में लगभग आधे महिलाएं और बच्चे थे.
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संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा कि उन्हें बहुत राहत मिली है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने कहा कि उन्हें इस बात से ‘बेहद राहत' मिली है कि गाजा में इजराइली बंधकों को आजादी मिल गई है और वे ‘बेहद कष्ट' सहने के बाद अपने परिवारों से फिर मिल पायेंगे.
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तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन मिस्र में गाजा शिखर सम्मेलन में भी भाग लेंगे. एर्दोआन के कार्यालय से जारी एक बयान के अनुसार, तुर्की के नेता शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले अन्य नेताओं के साथ मुलाकात कर द्विपक्षीय वार्ता करेंगे और शिखर सम्मेलन को संबोधित करेंगे.