भले ही विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) को हाल ही संपन्न हुए ओलंपिक खेलों में भले ही निराशा का सामना करना पड़ा हो, लेकिन एक बात साफ कि महिला कुश्ती में भारत का भविष्य बहुत ही उज्जवल है. और इस बात का पुख्ता प्रमाण वीरवार को जॉर्डन में खेली जा रही विश्व अंडर-17 चैंपियनशिप में युवा पहलवानों ने बखूबी दिया. प्रतियोगिता के तहत एक नहीं, बल्कि अलग-अलग भार वर्ग कैटेगिरी में भारत की चार पहलवान विश्व चैंपियन बनीं, जबकि दो और पहलवान स्वर्ण पदक की रेस में हैं.
वीरवार को अदिति कुमारी (43 किग्रा), नेहा (57 किग्रा), पुल्कित (65) और मानसी लाठर (73 किग्रा) ने अलग-अलग भार वर्ग में विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया. वहीं, शुक्रवार को काजल (69 किग्रा) और श्रुतिका शिवाजी पाटिल (46 किग्रा) भी फाइनल में खिताबी जंग जीतने उतरेंगी.
इनके अलावा भारत और भी पदक हासिल कर सकता है. राज बाला (40 किग्रा) जहां कांस्य पदक की बाउट लड़ेंगी, तो मुस्कान (53 किग्रा) और रजनिता (61 किग्रा) रिपेज राउंड के जरिए अभी भी पदक जीतने की दावेदार हैं. इस प्रदर्शन के साथ ही भारत के 49 किग्रा भार वर्ग में किसी खिलाड़ी को न उतारने के बावजूद टीम ट्रॉफी जीतना पक्का है.
अदिति ने 43 किग्रा भार वर्क में ग्रीस की मारिया लाउइजा को 7-0, तो 57 किग्रा में नेहा ने जापान की सो सुइतसुई को डब लेग अटैक में मात दी. पूरी बाउट में नेहा बमु्श्किल ही प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी को कोई मौका दिया. एक और भारतीय पुल्कित ने 65 किग्रा भार वर्ग में बतौर तटस्थ लड़ने वालीं डारिया फ्रोलोवा को 6-3 से हराया. एक समय पुल्कित के पास 5-0 की बढ़त थी, लेकिन यहां से फ्रोलोवा ने तीन प्वाइंट बटोरे, जो उनके आखिरी प्वाइंट बनकर रह गए. आखिरी 20 सेकेंड में पुल्कित ने बहुत ही अच्छी तरह बचाव करते हुए खिताब अपने नाम कर लिया. एक और मुकाबले में 73 किग्रा भार वर्ग में लाठेर ने पहले हन्ना पिर्स्काया के खिलाफ 5-0 की बढ़त हासिल की और फिर स्टाइल में फाइनल अपने नाम करते हुए चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया.