इंडोनेशिया में इसी माह से आयोजित होने वाले एशियाई खेलों से पहले भारत को करारा झटका लगा है. भारत के लिए गोल्ड मेडल की प्रबल दावेदार मानी जा रही मौजूदा विश्व और राष्ट्रमंडल चैम्पियन वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने कमर के दर्द के कारण इन खेलों से नाम वापिस ले लिया. एशियाई खेल 18 अगस्त से शुरू होने हैं. मीराबाई ने भारतीय भारोत्तोलन महासंघ को ई-मेल भेजकर इन खेलों से बाहर रखने का अनुरोध किया है.नवंबर में मीराबाई ने 22 साल में वर्ल्ड चैम्पियनशिप में भारत के लिये पहला स्वर्ण जीता था जब अमेरिका के अनाहेम में हुई चैम्पियनशिप में उसने 48 किलो वर्ग में 194 किलो (85 और 109 किलो) के साथ रिकॉर्ड भी बनाया था. इसके बाद अप्रैल में गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में अपना निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 196 किलो वजन उठाकर मीराबाई ने गोल्ड मेडल हासिल किया था.
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महासंघ के महासचिव सहदेव यादव ने बताया कि कमर के दर्द और ओलिंपिक क्वालीफायर की तैयारी के लिए मीराबाई चानू ने समय मांगा है और इन खेलों से बाहर रहने का अनुरोध किया है . यादव ने कहा,‘यह सही है कि मीराबाई ने एशियाई खेलों से नाम वापिस लेने के लिये हमें आज ईमेल भेजा है. उसने बताया है कि वह कमर के दर्द से पूरी तरह निजात पाना चाहती है और ओलिंपिक क्वालीफायर की उसे तैयारी करनी है.’उन्होंने कहा,‘मैं आज दोपहर तक खेल मंत्रालय को आधिकारिक ईमेल के जरिये इसकी सूचना दे दूंगा.’महासंघ और भारत के लिए के लिए यह करारा झटका है क्योंकि मीराबाई से गोल्ड मेडल की उम्मीद थी . उन्होंने कहा,‘यह बहुत निराशाजनक खबर है क्योंकि उससे मेडल ही नहीं बल्कि गोल्ड मेडल की उम्मीद थी. लेकिन यह खेल का हिस्सा है और इस पर किसी का नियंत्रण नहीं है.’एक नवंबर से अश्गाबात में शुरू हो रही वर्ल्ड चैम्पियनशिप इस साल का पहला ओलिंपिक क्वालीफायर होगा.
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मीराबाई मई के आखिर से कमर के निचले हिस्से में दर्द से जूझ रही थी और उन्होंने पूरी तरह से अभ्यास भी शुरू नहीं किया था. उनका एशियाई खेलों में नहीं जाना भारत के लिये बड़ा झटका है क्योंकि पिछले प्रदर्शन के आधार पर वह बड़ी उम्मीद थीं. मीराबाई के अलावा राखी हलधर (63 किलो), राष्ट्रमंडल खेलों के गोल्ड मेडलिस्ट विजेता सतीश शिवलिंगम और अजय सिंह (77 किलो) और ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले विकास ठाकुर (94 किलो) भी एशियाई खेलों के लिये भारतीय भारोत्तोलन दल में हैं. (इनपुट: भाषा)