Vinesh Phogat CAS Appeal for Joint Silver Medal: पेरिस ओलंपिक में भारत को विनेश फोगाट के डिसक्वालीफाई होने के बाद एक बड़ा झटका लगा था और अब उसके अगले ही दिन विनेश फोगाट ने संन्यास (Vinesh Phogat Retirement) का ऐलान कर दिया, जिससे हर कोई हैरान है. इस बीच भारतीय पहलवान विनेश फोगट ने बुधवार को कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) में 50 किग्रा वर्ग के ओलंपिक फाइनल से खुद को अयोग्य ठहराए जाने के खिलाफ अपील की थी. उन्होंने मांग की कि उन्हें संयुक्त रजत पदक दिया जाए. सुबह के वजन में 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण उन्हें अयोग्य करार दिया गया था. दौरे पर आए भारतीय दल में शामिल भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) के एक सूत्र ने PTI से इस बात की पुष्टि की.
सूत्र ने कहा, "हां, हमें इस बारे में पता चला है. यह उनकी टीम द्वारा किया गया है." सुबह के वजन में 100 ग्राम अधिक वजन पाए जाने के बाद विनेश को अयोग्य घोषित कर दिया गया. उन्हें खेल गांव में एक पॉलीक्लिनिक में ले जाना पड़ा, क्योंकि कट बनाने के लिए उनके द्वारा किए गए अथक प्रयासों के कारण उन्हें गंभीर डिहाइड्रेशन का सामना करना पड़ा, जिसमें भूखे रहना, तरल पदार्थों से परहेज करना और पूरी रात जागकर पसीना बहाना शामिल था.
क्या है कोर्ट ऑफ अर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स?
ओलंपिक खेलों के दौरान या उद्घाटन समारोह से पहले 10 दिनों की अवधि के दौरान उत्पन्न होने वाले किसी भी विवाद के मध्यस्थता द्वारा समाधान के लिए यहां CAS का एक तदर्थ प्रभाग (एक इकाई) को स्थापित किया गया है. इस मामले की सुनवाई आज होगी. कोर्ट ऑफ अर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (Court of Arbitration for Sport - CAS) यह एक अंतरराष्ट्रीय संस्थान है और इसका उद्देश्य खेल से संबंधित विवादों को हल करना है. यह (कोर्ट ऑफ अर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स) संस्थान 1984 में स्थापित हुआ था और इसका मुख्यालय स्विट्जरलैंड के लॉज़ेन में स्थित है. CAS का काम खेल विवादों, विशेषकर अनुशासनात्मक मामले और डोपिंग के मामलों में निष्पक्ष और न्यूट्रल निर्णय देना है. इसके फैसले अनिवार्य होते हैं और इसे खेल की सर्वोच्च न्यायिक संस्था माना जाता है.
फाइनल में हिडब्रांट ने मुकाबला जीतकर स्वर्ण पदक जीता
क्यूबा की पहलवान युस्नेलिस गुज़मैन लोपेज़, जो सेमीफाइनल में विनेश से हार गई थीं, वो फाइनल में अमेरिकी सारा एन हिल्डेब्रांट के खिलाफ़ उनकी जगह ली. हिडब्रांट ने मुकाबला जीतकर स्वर्ण पदक जीता और विनेश अब CAS से लोपेज़ के साथ संयुक्त रजत पदक जीतने की उम्मीद कर रही हैं.
CAS में ऐसे मामलों को स्वीकार करने के नियम बहुत स्पष्ट हैं. दावेदार को, ऐसा अनुरोध करने से पहले, "संबंधित खेल निकाय के क़ानून या नियमों के अनुसार उसके लिए उपलब्ध सभी आंतरिक उपायों को समाप्त करना होगा." हालांकि, खेल की अंतरराष्ट्रीय शासी संस्था यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) ने आईओए को बता दिया है कि मौजूदा वजन मापने के नियम, जिसके कारण विनेश को अयोग्य घोषित किया गया था, उसको अभी नहीं बदला जा सकता है. विनेश ने मंगलवार रात को अपने वर्ग में स्वर्ण पदक मुकाबले में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनकर इतिहास रच दिया था. अयोग्य घोषित किए जाने से पहले उन्हें कम से कम रजत पदक मिलना तय था.
(भाषा के इनपुट के साथ)