Imane Khelif: जेंडर विवाद के बीच इमान खलीफा ने कंफर्म किया मेडल
अल्जीरियाई बॉक्सर इमान खलीफ पुरुष हैं या महिला, इसको लेकर विवाद अभी तक थमा नहीं है. इस विवाद की शुरुआत तब हुई थी जब उन्होंने प्री-क्वार्टर फाइनल में इतालवी मुक्केबाज के खिलाफ महज 46 सेकेंड में मुकाबला अपने नाम कर लिया था. इसके बाद से ही इमान खलीफ सुर्खियों में बनी हुई हैं. इस बीच शानिवार को उन्होंने पेरिस ओलंपिक में अपना पदक कंफर्म कर लिया है. महिलाओं की 66 किलोग्राम वर्ग में उन्होंने हंगरी की अन्ना लुका हमोरी को सर्वसम्मति से हराकर जीत के साथ मेडल कंफर्म किया है. वहीं इस मुकाबले को जीतने के बाद वह रोतो हुए रिंग से बाहर निकली हैं. जजों का फैसला सुनाए जाने से पहले, अंत में इमान और हमोरी एक दूसरे से गले मिले. बता दें, मुक्केबाजी में सेमीफाइनल में हारने वाले दोनों खिलाड़ियों को कांस्य पदक दिया जाता है.
उत्तरी पेरिस एरेना में अल्जीरियाई फैंस बड़ी संख्या में अपने देश की मुक्केबाज का समर्थन करने के लिए जमा हुए थे. इस दौरान वो लगातार खलीफ का लगातार समर्थन करते रहे और उनका जोश बढ़ाते रहे. हंगरी की हमोरी ने मैच से पहले कहा था कि खलीफ़ का सामना करना अनुचित है. ऐसे में फैंस ने जमकर उनकी हूटिंग की लेकिन उन्होंने हार के बाद उदारता दिखाई. फाइनल में जगह बनाने के लिए खलीफ का मंगलवार को अंतिम चार में थाईलैंड के जांजेम सुवानाफेंग से मुकाबला होगा.
25 वर्षीय खलीफ ने पेरिस में दूसरी प्रमुख जीत के बाद बीईएन स्पोर्ट्स को कहा,"यह हर महिला या महिला के लिए गरिमा और सम्मान की बात है." खलीफ ने आगे कहा,"अरब के सभी लोग मुझे सालों से जानते हैं. सालों से मैं अंतरराष्ट्रीय महासंघ प्रतियोगिताओं में मुक्केबाजी कर रही हूं, वे (आईबीए) मेरे साथ अन्याय कर रहे थे. लेकिन मेरे पास भगवान हैं."
ताइवान की लिन यू-टिंग भी रविवार को महिलाओं के 57 किग्रा के क्वार्टर फाइनल में बुल्गारिया की स्वेतलाना स्टैनेवा से भिड़कर अपने लिए कम से कम कांस्य पदक पक्का करना चाहेंगी. लिंग पात्रता परीक्षण में असफल होने के बाद खलीफ और लिन को पिछले साल अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (आईबीए) द्वारा संचालित विश्व चैंपियनशिप से अयोग्य घोषित कर दिया गया था.
इमान खलीफ का विवाद गुरुवार को तब भड़का था, जब उन्होंने इतालवी प्रतिद्वंद्वी एंजेला कैरिनी के खिलाफ महच 46 सेकेंड में जीत दर्ज कर ली थी. एंजेला कैरिनी ने महज 46 सेकेंड के बाद मैच छोड़ने का फैसला लिया था. कैरिनी के नाक में चोट लगी थी और वह उसके बाद रिंग में ही घुटने के बल बैठकर रोने लगी थी. 28 साल की खलीफ और लिन दोनों ने तीन साल पहले टोक्यो खेलों में प्रतिस्पर्धा की थी, जहां वे पदक जीतने में असफल रहीं थीं. दोनों को ही IBA की 2023 विश्व चैंपियनशिप से अयोग्य घोषित कर दिया गया था.