Vinesh Phogat: राजनीति में आ सकती हैं विनेश फोगाट, चचेरी बहन बबीता के खिलाफ लड़ सकती हैं चुनाव : रिपोर्ट

Vinesh Phogat to Contest Election: विनेश फोगाट 100 ग्राम अधिक वजन के कारण फाइनल में अयोग्य घोषित होने के बाद पेरिस ओलंपिक में महिलाओं के फ्रीस्टाइल 50 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीतने का मौका चूक गईं थीं. अब खबर है कि विनेश आगामी हरियाणा विधानसभा चुनाव लड़ सकती हैं.

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Vinesh Phogat: रिपोर्ट में दावा किया गया है कि विनेश फोगाट अपनी चचेरी बहन के खिलाफ आगामी हरियाणा विधानसभा चुनाव में लड़ सकती हैं.

पूरी दुनिया में इस समय महिला पहलवान विनेश फोगाट की चर्चा है. पेरिस ओलंपिक में अपनी वेट कैटेगरी से मात्र 100 ग्राम अधिक वजन के कारण वो डिसक्वालीफाई हो गईं. अब खबर आ रही है कि पेरिस से निराश होकर लौटी दिग्गज पहलवान के आगामी हरियाणा विधानसभा चुनाव लड़ने की संभावना बन रही है. विनेश के करीबी सूत्रों ने मंगलवार को आईएएनएस को यह जानकारी दी. विनेश ने पहले कहा था कि वह सक्रिय राजनीति में नहीं आएंगी. लेकिन नई रिपोर्ट के अनुसार, कुछ राजनीतिक दल उन्हें मनाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं.

विनेश पेरिस ओलंपिक में महिलाओं की फ्रीस्टाइल 50 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीतने का मौका चूक गईं, क्योंकि उन्हें 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण फाइनल से अयोग्य घोषित कर दिया गया था. शनिवार को सोनीपत स्थित उनके गांव बलाली में विनेश का जोरदार स्वागत किया गया. इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा और उनके परिवार के अन्य सदस्यों ने उनका माल्यार्पण किया.

हालांकि, विनेश किस पार्टी में शामिल होंगी, इसकी पुष्टि अभी नहीं हुई है. फोगाट परिवार के करीबी सूत्रों ने आईएएनएस को बताया,"हां, क्यों नहीं? संभावना है कि हरियाणा विधानसभा में विनेश फोगाट बनाम बबीता फोगाट और बजरंग पुनिया बनाम योगेश्वर दत्त मुकाबला देखने को मिले."

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2024 ओलंपिक फाइनलिस्ट पहलवान की भविष्य की योजनाओं के बारे में पूछे जाने पर फोगाट परिवार के करीबी सूत्रों ने बताया, जैसे ही विनेश एयरपोर्ट से बाहर निकलीं. उनके प्रशंसकों, परिवार और दोस्तों ने उनका जोरदार स्वागत किया, जो सुबह के समय के बावजूद बड़ी संख्या में एकत्र हुए थे. जबरदस्त समर्थन और स्नेह ने कुश्ती आइकन को भावुक कर दिया. एयरपोर्ट के बाहर लोगों ने जश्न मनाया और उनकी भावनाएं चरम पर थीं. विनेश का स्वागत करने वालों में सबसे पहले साक्षी मलिक, जिन्होंने पिछले साल कुश्ती से संन्यास ले लिया था, और बजरंग पुनिया भी शामिल थे.

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विनेश ने शनिवार को कहा था,"हमारी लड़ाई खत्म नहीं हुई है और लड़ाई जारी रहेगी और मैं भगवान से प्रार्थना करती हूं कि सच्चाई की जीत हो." शुक्रवार को, विनेश ने ओलंपिक पोडियम पर चूकने पर अपना गहरा दुख व्यक्त किया, अपनी व्यक्तिगत निराशा को भारत में महिलाओं के अधिकारों के व्यापक संघर्ष से जोड़ा, एक ऐसा मुद्दा जिसे उन्होंने पूर्व कुश्ती महासंघ प्रमुख के खिलाफ अपने विरोध प्रदर्शन में आगे बढ़ाया था.

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शुक्रवार रात सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किए गए तीन पन्नों के पत्र में विनेश ने खेल में संभावित वापसी का संकेत दिया, जिससे पेरिस ओलंपिक में अयोग्य ठहराए जाने के बाद संन्यास लेने के अपने पहले के फैसले के बावजूद उनके लिए खेल में वापसी का रास्ता थोड़ा खुला रह गया. टीम के प्रयासों के बावजूद, विनेश वजन मापने के लिए समय पर वजन कम नहीं कर पाईं, जिसके कारण उन्हें स्वर्ण पदक मैच से अयोग्य घोषित कर दिया गया. संयुक्त रजत पदक के लिए कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट में उनकी अपील बाद में बुधवार को खारिज कर दी गई.

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