Vinesh Phogat CAS Hearing Verdict : विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक्स 2024 में डिसक्वालीफिकेशन के मामले पर अपील की थी और आज इसपर फैसला आने वाला था, लेकिन अब CAS ने विनेश फोगाट मामले पर 16 अगस्त तक फैसले को टाल दिया है. खेल पंचाट न्यायालय (CAS) के तदर्थ प्रभाग ने पेरिस ओलंपिक में दूसरे दिन के वजन माप में 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण महिलाओं की 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल स्पर्धा के फाइनल से IOC और UWW द्वारा अयोग्य ठहराए जाने के खिलाफ विनेश फोगट की अपील पर अपना फैसला सुनाने के लिए तीन दिन का और समय दिया है. अब फैसला 16 अगस्त (भारतीय समयानुसार रात 9:30 बजे) को सुनाया जाएगा.
आईओए ने मंगलवार को जारी एक बयान में कहा, "CAS के तदर्थ प्रभाग के अध्यक्ष ने विनेश फोगट बनाम यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) और अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) मामले में एकमात्र मध्यस्थ डॉ. एनाबेले बेनेट को शुक्रवार, 16 अगस्त, 2024 को शाम 6 बजे (पेरिस समय) तक का समय बढ़ाने की अनुमति दी है." इसमें आगे कहा गया, "इसलिए, आईओए अध्यक्ष पीटी उषा और वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे के साथ निर्धारित ज़ूम मीटिंग स्थगित कर दी गई है".
पेरिस ओलंपिक में विनेश का बेहतरीन परफॉर्मेंस
विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक में शानदार परफॉर्मेंस किया था. विनेश ने जापान की यूई सुसाकी को 3-2 से हराकर तहलका मचा दिया था. पहली बार जापानी रेसलर को विनेश ने हराया था. सुसाकी को किसी ने पहली बार हराया था. इसके बाद विनेश ने क्वार्टर फाइनल में यूक्रेन की ओकसाना लिवाच को 7-5 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी. वहीं, सेमीफाइनल में विनेश ने क्यूबा की रेसलर युसनेलिस गुजमैन को 5-0 से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी.
फाइनल से पहले वजन बढ़ गया था विनेश का
गोल्ड मेडल मैच से पहले सुबह जह विनेश के वेट का वजन किया गया तो उनका वजन निर्धारित वजन से 100 ग्राम ज्यादा था जिसके कारण उन्हें फाइनल खेलने से पहले ही डिसक्वालीफाई कर दिया गया था.
सीएएस क्या है और कैसे करता है काम -
बता दें कि पहली बार साल 1896 में ओलंपिक में खेला गया था. इसका आयोजन ग्रीस में हुआ था. लेकिन ग्रीस में ओलंपिक के आयोजन को लेकर विवाद खड़े गए थे. खिलाड़ियों ने नियमों को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की. इसी तरह के विवादों को देखते हुए इनके हल के लिए 'कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स' का गठन 1984 में किया गया था. इसका हेड ऑफिस स्विट्जरलैंड में स्थित है. यह एक स्वंत्रत संस्था है, जो कि खेल से जुड़े विवादों सुलझाती है.