स्पेशल ओलंपिक्स भारत (एसओबी), जो बौद्धिक विकलांगता वाले एथलीटों के लिए खेलों को प्रोत्साहित करने वाली राष्ट्रीय संस्था है, ने 16 सदस्यीय दल की घोषणा की है, जो 18 से 22 नवंबर तक नई दिल्ली के थ्यागराज स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित होने वाली एशिया पैसिफिक बोचे और बॉलिंग प्रतियोगिता में देश का प्रतिनिधित्व करेगा. इस दल में बोचे और बॉलिंग के लिए आठ-आठ एथलीट और उनकी मदद के लिए आठ कोच शामिल हैं.
पुरुष बोचे टीम में कबीर प्रीतम बरुआ, एबेनेज़र डेविड, विल्फ्रेड डिसूजा और देवांश अग्रवाल शामिल होंगे. टीम की कोचिंग पी. अरुण और एस. आनंदन करेंगे. वहीं, महिला बोचे टीम में प्रियंका, मंजुला, पूर्णिमा मदान और जी. सुभाषिनी खेलेंगी, जिनकी कोचिंग ममता और पुष्पा त्रिपाठी करेंगी.
महिला बॉलिंग टीम में नेहा सिंह, सिमरन पुजारा, श्रृद्धा पटेल और सुसरी संगीता नायक शामिल हैं. इनकी कोचिंग शैफाली गुप्ता और अनुपमा सिंह करेंगी. दूसरी ओर, पुरुष बॉलिंग टीम में इभानन साहू, अंकित, प्रकाश वेघेला और निरुपम डे का चयन हुआ है, और टीम के कोच अक्षत शर्मा और ईलेशभाई रावल होंगे.
दल की घोषणा पर विचार साझा करते हुए, डॉ. मल्लिका नड्डा, अध्यक्ष, स्पेशल ओलंपिक्स भारत ने कहा,"मुझे एशिया पैसिफिक बोचे और बॉलिंग प्रतियोगिता के लिए भारतीय दल की घोषणा करते हुए अत्यंत गर्व हो रहा है. यह टीम हमारे एथलीटों के दृढ़ता और समर्पण की भावना का प्रतीक है. हर सदस्य न केवल कौशल और संकल्प लेकर आया है, बल्कि यह विश्वास भी कि समावेश और सशक्तिकरण से जीवन बदले जा सकते हैं. इस प्रतियोगिता की तैयारी करते हुए, मैं सभी से हमारे एथलीटों का समर्थन करने, उनकी उपलब्धियों का जश्न मनाने और एक ऐसी दुनिया की प्रेरणा बनने की अपील करती हूं जहां हर किसी को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिले. मैं सभी एथलीटों और कोचों को इस प्रतियोगिता में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की शुभकामनाएं देती हूं."
स्पेशल ओलंपिक्स एशिया पैसिफिक बोचे और बॉलिंग प्रतियोगिता पहली बार वैश्विक स्तर पर भारत में आयोजित की जा रही है. इसका उद्देश्य बौद्धिक और विकासात्मक विकलांगता (आईडीडी) वाले 22 वर्ष या उससे अधिक उम्र के एथलीटों पर ध्यान केंद्रित करना है. यह प्रतियोगिता उन एथलीटों के लिए अद्वितीय अवसर प्रदान करेगी जिनकी खेलों में भागीदारी उम्र बढ़ने के साथ कम हो जाती है.
इस प्रतियोगिता में 12 स्पेशल ओलंपिक्स कार्यक्रमों के 100 से अधिक एथलीट भाग लेंगे, जिनमें इंडोनेशिया, म्यांमार, मलेशिया, बांग्लादेश, फिलीपींस, थाईलैंड, सिंगापुर, मकाओ, हांगकांग, उज्बेकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं. ये एथलीट तीन क्षेत्रों - पूर्व एशिया, यूरोप यूरेशिया और एशिया पैसिफिक से आएंगे.
यह प्रतियोगिता स्पेशल ओलंपिक्स भारत (एसओबी) के लिए भी ऐतिहासिक है, क्योंकि इसमें पहली बार विशेष एथलीटों के लिए बॉलिंग को प्रतिस्पर्धी खेल के रूप में पेश किया जा रहा है. इस पहल को भारतीय टेनपिन फेडरेशन के साथ साझेदारी में आयोजित किया जा रहा है.