- विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत ने 6 स्वर्ण, 9 रजत और 7 कांस्य सहित कुल 22 पदक जीते
- भारतीय एथलीटों ने सात एशियाई रिकॉर्ड बनाए और 30 से अधिक व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किए
- सिमरन ने महिलाओं की 100 मीटर टी12 में 24.46 सेकंड का एशियाई रिकॉर्ड बनाते हुए एक स्वर्ण और एक रजत पदक जीता
World Para Athletics Championships: विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत ने शानदार परफॉर्मेंस किया और 22 मेडल अपने नाम किए, विवार को जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में संपन्न आयोजन में भारत ने 22 पदक (6 स्वर्ण, 9 रजत, 7 कांस्य) जीते और 10वें स्थान पर रहा. 22 मेडल के अलावा, भारतीय एथलीटों ने देश में पहली बार आयोजित विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में तीन चैंपियनशिप रिकॉर्ड, सात एशियाई रिकॉर्ड भी बनाए और 9 बार चौथे स्थान पर रहे. 30 से अधिक व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किए.
इस मौके पर प्रधानमंत्री ने खिलाड़ियों को बधाई दी. सोशल मीडिया एक्स पर प्रधानमंत्री ने पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, "हमारे पैरा-एथलीटों का ऐतिहासिक प्रदर्शन! इस साल की विश्व पैरा-एथलेटिक्स चैंपियनशिप बेहद खास रही. भारतीय दल ने अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 6 स्वर्ण पदकों सहित 22 पदक जीते. हमारे एथलीटों को बधाई. उनकी सफलता कई लोगों को प्रेरित करेगी. मुझे अपने दल के प्रत्येक सदस्य पर गर्व है और मैं उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देता हूं. दिल्ली में इस टूर्नामेंट की मेजबानी करना भी भारत के लिए सम्मान की बात रही है. इस टूर्नामेंट का हिस्सा रहे लगभग 100 देशों के एथलीटों और सहयोगी स्टाफ का आभार."
रेलू टीम ने रविवार को महिलाओं की 100 मीटर टी12 स्पर्धा में सिमरन, महिलाओं की 100 मीटर टी35 स्पर्धा में प्रीति पाल और पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा टी41 में नवदीप के रजत पदकों की बदौलत 6 स्वर्ण, 9 रजत और 7 कांस्य मेडल जीते. इसके अलावा, पुरुषों की 200 मीटर टी44 स्पर्धा में संदीप ने भी कांस्य पदक जीता. सिमरन ने एक और शानदार प्रदर्शन करते हुए 24.46 सेकंड का एशियाई रिकॉर्ड बनाया, लेकिन यह केवल रजत पदक के लिए ही पर्याप्त था. वेनेजुएला की एलेजांद्रा पाओला पेरेज लोपेज, जो पहले स्थान पर रही थीं, को पुलिंग, स्लिंग-शॉटिंग और सहायता संबंधी नियमों का उल्लंघन करने के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया. इसके कारण सिमरन का पदक रजत पदक में बदल गया.
सिमरन एक स्वर्ण और एक रजत मेडल के साथ चैंपियनशिप में भारतीय स्टार बनकर उभरीं, जबकि प्रीति पाल दूसरी घरेलू एथलीट थीं जिन्होंने दो पदक (एक रजत और एक कांस्य) जीते। भारत 2024 में छठे स्थान पर रहा था. सिमरन के कांस्य पदक को जूरी कक्ष में रजत मेडल में बदल दिया गया, वहीं महिलाओं की 100 मीटर टी35 फाइनल स्पर्धा को दोबारा आयोजित किया गया. प्रीति पाल ने इस मौके का पूरा फायदा उठाकर रजत मेडल जीता.
इस बीच, ब्राजील की महिला स्प्रिंटर्स जेरुसा गेबर (200 मीटर टी11) और क्लारा डी बैरोस दा सिल्वा (200 मीटर टी12) ने स्वर्ण मेडल जीतकर अपने देश को 2025 विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप के अंतिम दिन की मजबूत बढ़त को पीछे छोड़ने में मदद की.
ब्राजील 15 स्वर्ण, 20 रजत और 9 कांस्य मेडल सहित कुल 44 मेडल के साथ पहले स्थान पर रहा. 13 स्वर्ण, 22 रजत और 17 कांस्य मेडलों के साथ चीन दूसरे स्थान पर रहा. ईरान 9 स्वर्ण, 2 रजत और 5 कांस्य के साथ तीसरे स्थान पर रहा.
जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में नए बनाए गए मोंडो ट्रैक पर आयोजित कड़ी प्रतिस्पर्धा के दौरान 35 विश्व रिकॉर्ड और 104 चैंपियनशिप रिकॉर्ड बनाए गए। 35 विश्व रिकॉर्ड पेरिस 2023 के बराबर और पिछले साल जापान के कोबे में हुए आयोजन से 14 अधिक हैं. 44 देशों ने कम से कम एक गोल्ड मेडल जीता, और 63 देशों ने कम से कम एक पदक जीता. चैंपियनशिप 27 सितंबर को शुरू हुई थी.