Indian Tennis players in Olympics: सुमित नागल के एकल तथा रोहन बोपन्ना और एन श्रीराम बालाजी की पुरुष युगल जोड़ी के पहले दौर में हारने के साथ ही भारत की पेरिस ओलंपिक खेलों की टेनिस प्रतियोगिता में चुनौती समाप्त हो गई. बोपन्ना और बालाजी को एडवर्ड रोजर वासेलिन और गेल मोनफिल्स की फ्रांसीसी जोड़ी से 5-7, 2-6 से हार का सामना करना पड़ा। मोनफिल्स ने अंतिम समय में घरेलू टीम में घायल फैबियन रेबौल की जगह ली थी. बोपन्ना का यह संभवत: आखिरी ओलंपिक था. यह 44 वर्षीय खिलाड़ी डेविस कप से पहले ही संन्यास ले चुका है. इससे पहले रविवार को नागल कोर्ट पर उतरने वाले पहले खिलाड़ी थे, लेकिन उनका मजबूत बेसलाइन गेम फ्रांस के कोरेंटिन मौटेट के खिलाफ पर्याप्त नहीं लग रहा था, जिन्होंने तीन सेट में शानदार जीत हासिल की.
ओलंपिक खेलों में दूसरी बार भाग ले रहे नागल ने पहला सेट हारने के बाद वापसी की, लेकिन आखिर में उन्हें दो घंटे और 28 मिनट तक चले मैच में 2-6, 6-4, 5-7 से हार का सामना करना पड़ा. भारत ने टेनिस में केवल एक ओलंपिक पदक जीता है. लिएंडर पेस ने 1996 के अटलांटा खेलों में एकल मेंं कांस्य पदक जीता था.
शूटिंग में भारत को मिला पहला पदक
बता दें कि शूटिंग में भारत को पहला मेडल मनु भाकर ने दिलाया है. मनु ओलिंपिक मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला शूटर बन गई हैं. उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है. मनु ओलिंपिक मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला शूटर बन गई हैं. उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है. शूटिंग में 12 साल के बाद कोई मेडल मिला है.
भारत को शूटिंग में आखिरी बार मेडल साल 2012 के ओलंपिक में मिला था. भारत को अबतक शूटिंग में 5 मेडल मिले हैं. राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने 2004 में सिल्वर, अभिनव बिंद्रा ने 2008 में गोल्ड, 2012 में विजय कुमार ने सिल्वर और गगन नारंग ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था.