Paris Olympics 2024: "किस्मत या कमजोरी पर..." पेरिस में मेडल से चूकने पर अर्जुन बबूता ने दिया ये रिएक्शन

ओलंपिक में 10 मीटर एयर राइफल फाइनल में अधिकांश समय शीर्ष तीन में रहने के बाद पदक चूकने का मलाल अर्जुन बबूता के चेहरे पर साफ दिखाई दिया जिन्होने कहा कि चौथे स्थान पर रहने से बदतर कुछ नहीं हो सकता.

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Arjun Babuta: पेरिस में मेडल से चूकने पर अर्जुन बबूता ने दिया ये रिएक्शन

ओलंपिक में 10 मीटर एयर राइफल फाइनल में अधिकांश समय शीर्ष तीन में रहने के बाद पदक चूकने का मलाल अर्जुन बबूता के चेहरे पर साफ दिखाई दिया जिन्होने कहा कि चौथे स्थान पर रहने से बदतर कुछ नहीं हो सकता. रियो ओलंपिक 2016 में इसी स्पर्धा में चौथे स्थान पर रहे बीजिंग ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा को बखूबी पता है कि इस समय बबूता के दिल पर क्या गुजर रही होगी. उन्होंने सबसे पहले उसे सांत्वना दी.

बबूता ने भारतीय मीडिया से बातचीत के दौरान कहा,"उन्होंने मुझसे कहा कि चौथे स्थान पर रहने के बाद मैं और मजबूत बनूंगा और अब आगे देखने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि मुस्कुराकर इसे स्वीकार करो और आगे बढो." पंजाब के फाजिल्का के रहने वाले इस निशानेबाज ने कहा,"यह मेरा दिन नहीं था. चौथे स्थान पर रहना पचा पाना मुश्किल है. यह सबसे बदतर स्थान है. दिल तोड़ देता है."

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उन्होंने कहा,"मुझे सोचना होगा कि कहां सुधार कर सकता हूं. अभी बहुत कुछ दिमाग में चल रहा है. पहले उससे निपटना होगा. अगर मैं शीर्ष तीन में नहीं रहता तो किस्मत या कमजोरी पर दोष मंढ सकता था लेकिन वह भी नहीं है. कोई भी चौथे स्थान पर नहीं रहना चाहता." बबूता ने कहा,"अपनी तैयारी, प्रक्रिया, श्वास, एकाग्रता , ट्रिगरिंग सब कुछ पर मेरा ध्यान था. मैने जब भी राइफल उठाई, प्रक्रिया को याद किया. मुझे अभी भी समझ में नहीं आ रहा कि वह एक शॉट खराब कैसे हो गया."

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Photo Credit: PTI

ऐसा रहा अर्जुन बबूता का प्रदर्शन  

भारतीय निशानेबाज अर्जुन बबूता अहम मुकाम पर चूके और पदक जीतने के करीब पहुंचने के बाद सोमवार को पुरूषों की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में चौथे स्थान पर रहे. बबूता ने 208.4 स्कोर किया. क्रोएशिया के मिरान मारिसिच के 10.7 के जवाब में उनका  9.5 का शॉट भारी पड़ गया. उन्होंने फाइनल की शुरूआत 10.7 से की और फिर 10.2 स्कोर किया. तीसरे शॉट पर 10.5 स्कोर के साथ वह चौथे स्थान पर पहुंच गए और फिर 10.4 के साथ तीसरे स्थान पर पहुंचे. पहली सीरिज उन्होंने 10.6 पर खत्म की.

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दूसरी सीरिज में उन्होंने 10.7, 10.5, 10.8 के पहले तीन शॉट लगाए इस समय उनके और विश्व रिकार्डधारी चीन के शेंग लिहाओ से 0.1 अंक ही पीछे थे. लिहाओ ने 252 . 2 के ओलंपिक रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता. स्वीडन के विक्टर लिंडग्रेन को रजत और क्रोएशिया के मारिसिच को कांस्य पदक मिला.

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