Paris 2024 Olympics India Results: भारतीय जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने गुरुवार देर रात सिल्वर मेडल अपने नाम किया है. जबकि पुरुषों की मेंस जैवलिन थ्रो में पाकिस्तान के अरशद नदीम ने गोल्ड अपने नाम किया है. जबकि भारतीय हॉकी टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए स्पेन को ब्रॉन्ज मेडल मैच में 2-1 से हरा दिया और कांस्य पदक अपने नाम किया. यह भारतीय हॉकी टीम का 13वां पदक है. भारत को अभी तक पेरिस में पांच पदक मिल चुके हैं, जिसमें चार कांस्य और एक रचत शामिल है. वहीं गुरुवार को पहलवान अमन सहरावत को पुरुषों की 57 किलोग्राम फ्री स्टाइल कुश्ती में सेमीफाइनल मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा. अब उम्मीदें नीरज चोपड़ा से हैं, जो थोड़ी देर बार एक्शन में होंगे.
नीरज चोपड़ा को सिल्वर से करना पड़ा संतोष
पेरिस ओलंपिक 2024 में जैवलिन थ्रो का फाइनल बेहद रोमांचक रहा. पाकिस्तान के अरशद नदीम ने नया ओलंपिक रिकॉर्ड बनाते हुए इस स्पर्धा का स्वर्ण पदक अपने नाम किया, जबकि सीजन के अपने बेस्ट थ्रो के साथ नीरज चोपड़ा को गुरुवार रात रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा.
नीरज चोपड़ा जो क्वालीफाइंग में 89.34 मीटर के शानदार प्रयास के साथ फाइनल में स्वर्ण के प्रबल दावेदार थे, लेकिन उन्हें भाग्य का साथ नहीं मिला. पदक मुकाबले में नीरज ने 89.45 मीटर जैवलिन फेंका, लेकिन यह मौजूदा विश्व चैंपियन और डायमंड लीग फाइनल विजेता के लिए पर्याप्त साबित नहीं हुआ क्योंकि पाकिस्तान के अरशद नदीम ने नया ओलंपिक रिकॉर्ड बनाकर स्वर्ण पदक जीतकर उन्हें पछाड़ दिया.
पाकिस्तान के अरशद नदीम ने 92.97 मीटर के थ्रो के साथ नया ओलंपिक रिकॉर्ड स्थापित किया. 92.97 मीटर के विशाल थ्रो ने नदीम को शीर्ष स्थान पर पहुंचा दिया और वह 88, 72, 79.40 मीटर और 84.87 मीटर के थ्रो के साथ उस स्थान पर बने रहे और फिर 91.79 मीटर के थ्रो के साथ प्रतियोगिता समाप्त की. यह दूसरी बार था जब किसी ने ओलंपिक में दो बार 90 मीटर का आंकड़ा पार किया. वह ओलंपिक में व्यक्तिगत प्रतियोगिताओं में पाकिस्तान के पहले स्वर्ण पदक विजेता बन गए हैं. ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स ने 88.54 मीटर दूर जैवलिन फेंक कर कांस्य पदक जीता.
हॉकी टीम ने जीता ब्रॉन्ज
भारतीय हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक के कांस्य पदक मैच में स्पेन को 2-1 से हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया है. भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने यह लगातार दूसरा ओलंपिक मेडल जीता है. इससे पहले भारतीय हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक में जर्मनी को मात देकर कांस्य पदक जीता था। यह ओलंपिक में भारतीय हॉकी के लिए 13वां मेडल है. इस मैच में भारत की जीत के स्टार एक बार फिर कप्तान हरमनप्रीत सिंह रहे, जिन्होंने भारत के दोनों गोल किए.
इस मैच में पहले क्वार्टर में कोई भी टीम अपने लिए पेनाल्टी कॉर्नर का मौका नहीं बना पाई. हालांकि इस क्वार्टर के शुरुआती मिनटों में सुखजीत ने फील्ड गोल करने का सुनहरा मौका गंवा दिया. एक मामूली एंगल के साथ उनकी गेंद गोल पोस्ट के बराबर से निकल गई. स्पेन की टीम ने इस दौरान सुरक्षित खेल दिखाया.
इसके बाद, दूसरे क्वार्टर में स्पेन को केवल तीन मिनट बाद ही पेनल्टी स्ट्रोक दिया गया, जिसको मार्क मिरालेस ने गोल में तब्दील करके अपनी टीम को 1-0 से आगे कर दिया. हालांकि, दूसरे क्वार्टर में भी भारतीय टीम ने गोल करने का एक और मौका गंवाया, जब हार्दिक जरमनप्रीत के शॉट को गोलपोस्ट में भेजने से चूक गए.
इस क्वार्टर में भारत ने अंतिम मिनट में पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील करके स्कोर को 1-1 से बराबर कर दिया। यह गोल भारतीय टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने किया. तीसरे क्वार्टर में हरमनप्रीत सिंह एक बार फिर भारत के लिए गोल करने वाले खिलाड़ी बने, जिन्होंने इस क्वार्टर में 12 मिनट शेष रहते हुए एक और पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील कर दिया. इसके साथ ही भारत की बढ़त 2-1 हो गई.
इसके तुरंत बाद भारत को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन इस बार यह गोल में तब्दील नहीं हो पाया. चौथे क्वार्टर में स्पेन की टीम ने वापसी की काफी कोशिश की और उनको अंतिम मिनट में लगातार दो पेनल्टी कॉर्नर भी मिले, लेकिन भारतीय डिफेंस ने बढ़िया काम करते हुए कोई गोल नहीं होने दिया.
अमन सहरावत सेमीफाइनल में हारे
अमन सहरावत ने पुरुषों की 57 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग के क्वार्टरफाइनल में अल्बेनिया के जेलिमखान अबाकारोव को तकनीकी श्रेष्ठता में 12-0 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया जिसमें उनका सामना शीर्ष वरीय जापान के रेई हिगुची से होगा. एशियाई चैंपियनशिप के स्वर्ण पदक विजेता और ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले देश के एकमात्र पुरुष पहलवान अमन ने क्वार्टर फाइनल में अबाकारोव पर आसानी से जीत हासिल की. पहले राउंड में अबाकारोव की 'पैसिविटी' के कारण एक अंक और फिर 'टेक डाउन' से दो अंक हासिल किए.
दूसरे राउंड में भी पूर्व विश्व चैंपियन अबाकारोव का यही हाल रहा जिसके बाद भारत के 21 वर्षीय युवा पहलवान ने फितले बांधने की कोशिश और कामयाब भी हुए. इस तरह उन्होंने आठ अंक जुटाये और तकनीकी श्रेष्ठता से जीत गये. अबाकारोव ने अंत में दो अंक को चुनौती दी लेकिन यह नामंजूर हुई और अमन को एक और अंक मिला.
अंशु मलिक हारीं, अब रेपेचेज से उम्मीद
भारतीय महिला पहलवान अंशु मलिक को 57 किग्रा फ्रीस्टाइल स्पर्धा के प्री-क्वार्टर फाइनल में दो बार की ओलंपिक पदक विजेता और पांचवीं वरीय हेलेन लुसी मैरोयूलिस से 2-7 से हार का सामना करना पड़ा है. अपने दूसरे ओलंपिक में हिस्सा ले रही अंशु को रेपेचेज में खेलने के लिए मैरोयूलिस के फाइनल तक पहुंचने की उम्मीद करनी होगी.
पहले राउंड में अमेरिका की मैरोयूलिस ने शुरू से दबदबा बनाते हुए बढ़त हासिल की. इसमें अंशु काफी 'डिफेंसिव' लग रही थी. दूसरे राउंड में भी मैरोयूलिस ने यही प्रदर्शन जारी रखते हुए पांच अंक जुटाये जबकि वापसी की कोशिश में जुटीं अंशु केवल दो अंक ही हासिल कर सकीं.
ज्योति याराजी का अभियान समाप्त
एशियाई खेलों की रजत पदक विजेता ज्योति याराजी का पेरिस ओलंपिक अभियान गुरुवार को महिलाओं की 100 मीटर हर्डल्स रेस के रेपेचेज राउंड में 16वें स्थान पर रहने के बाद समाप्त हो गया. याराजी ने 13.17 सेकंड का समय लिया और अपनी हीट में चौथे स्थान पर रहीं. वह दक्षिण अफ्रीका की मैरियोन फौरी (12.79), नीदरलैंड की मायके तिजिन-ए-लिम (12.87), स्लोवाकिया की विक्टोरिया फ्रॉस्टर (12.88) से पीछे रहीं.
प्रत्येक रेपेचेज हीट में केवल शीर्ष दो हर्डल्स रेस के खिलाड़ी ही सेमीफाइनल में पहुंच सकते हैं। कुल तीन हीट थीं और याराजी को हीट 1 में रखा गया था. एशियाई चैंपियन याराजी ने पहले राउंड में 13.16 सेकंड का समय लिया और कुल मिलाकर 35वें स्थान पर रहीं और रेपेचेज राउंड में जगह बनाई. महिलाओं की 100 मीटर हर्डल्स रेस में याराजी ने 12.78 सेकंड के समय के साथ भारतीय रिकॉर्ड बनाया. उन्होंने पहली बार मई 2022 में साइप्रस में 13.23 सेकंड का समय लेकर महिलाओं की 100 मीटर हर्डल्स रेस का राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा और तब से कई बार इसमें सुधार किया है. मौजूदा रिकॉर्ड 12.78 सेकंड का है, जिसे उन्होंने अगस्त 2023 में चीन के चेंगदू में हासिल किया था.