Devendra Jhajharia on Neeraj Chopra: दिग्गज पैरा एथलीट देवेंद्र झाझड़िया को लगता है कि स्टार भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा के लिए 90 मीटर दूर भाला फेंकना बस समय की बात है और उन्होंने भविष्यवाणी की कि वह एक या दो साल में 93 मीटर दूर भाला फेंक सकते हैं. चोपड़ा ने इस महीने की शुरुआत में पेरिस ओलंपिक में 89.45 मीटर भाला फेंककर रजत पदक जीता था. उन्होंने गुरुवार को फिर से लुसाने डायमंड लीग में 89.49 मीटर के थ्रो के साथ दूसरा स्थान हासिल किया.
झाझड़िया खुद पैरा भाला फेंक के दिग्गज हैं और जिन्होंने एफ46 श्रेणी में दो पैरालंपिक स्वर्ण पदक जीते हैं. उन्होंने कहा कि जब चोपड़ा 90 मीटर की बाधा को पार करेंगे तो वह इसे बड़े अंतर से पार करेंगे जिसमें वह तीन से चार मीटर से आगे होंगे.
झाझड़िया (43 वर्ष) ने पीटीआई से कहा,"अगर मैं भाला फेंक की भाषा में कहूं तो 89 से अधिक मीटर इस वक्त नीरज के लिए एक 'बैरियर' बन गया है. मैंने अपने 20 साल के खेल करियर में देखा है कि जब कोई 'बैरियर' टूटता है तो वह महज एक मीटर या उससे कम से नहीं बल्कि तीन से चार मीटर से टूटता है."
उन्होंने कहा,"जब नीरज ऐसा करेंगे तो वह सिर्फ 90 मीटर से नहीं बल्कि तीन से चार मीटर दूर तक भाला फेंकेगे. मेरे शब्दों को याद रखना." मार्च में भारतीय पैरालंपिक समिति के अध्यक्ष चुने गए झाझड़िया ने कहा,"उम्र उनके पक्ष में है, 26 साल कोई उम्र नहीं है और मुझे उम्मीद है कि जब वह 28 या 29 साल के होंगे तब वह अपने शिखर पर होंगे. तब तक वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे." उन्होंने कहा,"वह बहुत अनुशासित और बहुत समर्पित हैं. मैंने यह तब देखा है जब हमने 2022 में फिनलैंड में साथ में ट्रेनिंग की थी."
डायमंड लीग एथलेटिक्स में दूसरे स्थान पर रहे नीरज
भाला फेंक के स्टार भारतीय खिलाड़ी नीरज चोपड़ा फिटनेस संबंधी चिंताओं के बावजूद यहां डायमंड लीग एथलेटिक्स प्रतियोगिता में अपने आखिरी प्रयास में 89.49 मीटर का सत्र का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए दूसरे स्थान पर रहे. 26 वर्षीय खिलाड़ी चौथे दौर तक चौथे स्थान पर चल रहे थे.
उन्होंने पांचवें प्रयास में 85.58 मीटर भाला फेंका. नीरज ने हालांकि अपना सर्वश्रेष्ठ आखिरी प्रयास के लिए बचा रखा था. गुरुवार को खेली गई इस पर प्रतियोगिता में नीरज ने अंतिम प्रयास में 89.49 मीटर भाला फेंका जो पेरिस ओलंपिक के 89.45 मीटर से थोड़ा बेहतर है.
नीरज पर छठे प्रयास से पहले बाहर होने का खतरा मंडरा रहा था लेकिन पांचवें प्रयास में बेहतर प्रदर्शन से वह मुकाबले में बने रहे. पहले पांच प्रयास में शीर्ष तीन पर रहने वाले खिलाड़ियों को ही अंतिम प्रयास में भाग लेने की अनुमति मिलती है. दो बार के विश्व चैंपियन और पेरिस ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स दूसरे दौर में 90.61 मीटर के प्रयास के साथ पहले स्थान पर रहे. जर्मनी के जूलियन वेबर ने 87.08 मीटर के साथ तीसरा स्थान हासिल किया.
नीरज ने बाद में कहा,"शुरू में अच्छा महसूस नहीं हो रहा था लेकिन मैं अपने थ्रो से खुश हूं, खासकर अपने आखिरी प्रयास में दूसरा (करियर का) सर्वश्रेष्ठ थ्रो करके. शुरुआत बहुत अच्छी नहीं रही लेकिन मैं वापसी करने में सफल रहा. मुझे खुशी है कि मैंने आखिर तक हार नहीं मानी."
उन्होंने कहा,"भले ही मेरा शुरुआती थ्रो 80-83 मीटर के आसपास था लेकिन आखिरी दो प्रयासों में दमदार प्रदर्शन करने में सफल रहा. इस तरह की शीर्ष प्रतियोगिता में मानसिक रूप से मजबूत रहना और अपना जज्बा बनाए रखना महत्वपूर्ण होता है."
पिछले साल से फॉर्म में वापसी करने के लिए प्रयासरत पीटर्स यहां शुरू से लेकर आखिर तक पहले स्थान पर बने रहे. उन्होंने 90 मीटर की दूरी पार करके अपना पहला स्थान सुनिश्चित कर दिया था. उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 93.07 मीटर है जो उन्होंने 2022 में हासिल किया था.
चोपड़ा यहां दूसरे स्थान पर रहने के बाद डायमंड लीग की तालिका में 15 अंक लेकर वेबर के साथ संयुक्त तीसरे स्थान पर हैं. पीटर्स 21 अंकों के साथ शीर्ष स्थान पर पहुंच गए. गुरुवार को यहां 82.03 मीटर के साथ सातवें स्थान पर रहने वाले चेक गणराज्य के जैकब वाडलेज्च 16 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर हैं.
पाकिस्तान के अरशद नदीम ने पेरिस में 92.97 मीटर के ओलंपिक रिकॉर्ड थ्रो के साथ चोपड़ा को हराकर स्वर्ण पदक जीता था. उन्होंने हालांकि यहां डायमंड लीग प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं लिया. चोपड़ा पिछले कुछ समय से कमर की चोट से परेशान रहे हैं जिसकी उन्हें सर्जरी करानी पड़ सकती है. उन्होंने हालांकि इस पर फैसला स्थापित करके इस प्रतियोगिता में भाग लिया था.
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