भारतीय महिला हॉकी टीम के मुख्य कोच हरेंद्र सिंह का कहना है कि तेजी से उभरती स्ट्राइकर दीपिका में भी एक शानदार ड्रैग-फ्लिकर बनने की क्षमता है और उनकी इस क्षमता को साकार करने में मदद करना उनका प्राथमिक लक्ष्य होगा. मुख्य कोच ने कहा कि यह सुनिश्चित करना भी कि उनका काम है कि टीम का फिटनेस स्तर कभी कम नहीं हो.
दुनिया के अधिकांश ड्रैगफ्लिकर डिफेंडर होते हैं लेकिन दीपिका एक स्ट्राइकर हैं और उन्होंने हाल ही में बिहार के राजगीर में समाप्त हुई एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में मैदानी गोल करके अपनी प्रतिभा दिखाई. वह टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा गोल करने वाली खिलाड़ी बनीं. उन्होंने 11 गोल किए जिनमें से ज्यादातर मैदानी प्रयास थे.
हरेंद्र ने पीटीआई को कहा,"मुझे पेनल्टी कॉर्नर की चिंता नहीं है क्योंकि मुझे पता है कि हम काम कर रहे हैं और हम बहुत जल्द इस समस्या को खत्म कर देंगे. मुझे पता है कि हम दीपिका से 'इंस्टैंट कॉफी' की उम्मीद कर रहे हैं. लेकिन मुझे यकीन है कि मैं उसे महिला हॉकी में दुनिया की सर्वश्रेष्ठ ड्रैग-फ्लिकर में से एक बनाऊंगा जैसे मैंने हरमन को बनाया था."
पुरुष टीम के साथ अपने कार्यकाल और उसके स्टार कप्तान हरमनप्रीत सिंह के साथ किए गए काम का जिक्र करते हुए उन्होंने यह बात कही. उन्होंने कहा,"हमें उसे कुछ समय देने की जरूरत है, वह सिर्फ 21 साल की है. वह पहले से ही एक स्टार बन चुकी है. वह 'फील्ड प्ले' से एक अच्छी स्कोरर है और वह एक बहुत अच्छी ड्रैग-फ्लिकर भी बनेगी."
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