"हम किस लिये हैं..." मनोलो मार्केज के कोच बनने के बाद बाईचुंग भूटिया ने तकनीकी समिति के पद से दिया इस्तीफा

Bhaichung Bhutia: भूटिया ने कहा कि एआईएफएफ के उपाध्यक्ष एनए हारिस के नेतृत्व में एक विशेष समिति स्टिमक के उत्तराधिकारी की तलाश कर रही थी और वह इसके पूरी तरह खिलाफ थे.

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Bhaichung Bhutia: मनोलो मार्केज के कोच बनने पर बाईचुंग भूटिया ने अपने पद से दिया इस्तीफा

महान फुटबॉलर बाईचुंग भूटिया ने शनिवार को राष्ट्रीय पुरुष टीम के मुख्य कोच की नियुक्ति में पैनल को नजरअंदाज करने का आरोप लगाते हुए अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) की कार्यकारी समिति से कहा है कि वह तकनीकी समिति की सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं. इंडियन सुपर लीग की टीम एफसी गोवा के कोच स्पेन के मनोलो मार्केज को शनिवार को एआईएफएफ की कार्यकारी समिति ने भारत का मुख्य कोच नियुक्त किया. वह क्रोएशिया के इगोर स्टिमक की जगह लेंगे, जिन्हें 17 जून को बर्खास्त कर दिया गया था. पूर्व खिलाड़ी के रूप में कार्यकारी समिति के सह चयनित सदस्य भूटिया शनिवार की बैठक में शामिल हुए. उन्होंने दावा किया कि सामान्य तौर पर तकनीकी समिति राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच की सिफारिश करती है. मौजूदा तकनीकी पैनल के अध्यक्ष दिग्गज आईएम विजयन हैं.

भूटिया ने पीटीआई से कहा,"मैं पहले (2013 से 2017 तक) एआईएफएफ तकनीकी समिति का अध्यक्ष रह चुका हूं और स्टीफन कोंस्टेंटाइन के मामले में कोच नियुक्तियों में शामिल रहा हूं. तकनीकी समिति का काम आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की छंटनी करना और कोच बनने के लिए उपयुक्त व्यक्ति की सिफारिश करना है. लेकिन इस बार स्टिमक के उत्तराधिकारी की नियुक्ति के लिए तकनीकी समिति की एक भी बैठक नहीं हुई." उन्होंने कहा,"कितने उम्मीदवारों ने आवेदन किया है, किसे छांटा गया है, इस पर चर्चा करने के लिए तकनीकी समिति की एक भी बैठक नहीं हुई. इस बार ऐसा कुछ नहीं हुआ. पहले भी इस प्रक्रिया का पालन किया गया था, लेकिन इस बार नहीं."

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भूटिया ने कहा,"अगर आप मुख्य कोच की नियुक्ति में तकनीकी समिति को दरकिनार करने जा रहे हैं तो हम इसके लिए क्यों हैं. मैंने कार्यकारी समिति की बैठक में कहा था कि चूंकि तकनीकी समिति शामिल नहीं थी इसलिए तकनीकी समिति का कोई महत्व नहीं था. तो हम किस लिये हैं. मैंने कहा कि मैं तकनीकी समिति की सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं."

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भूटिया ने कहा कि एआईएफएफ के उपाध्यक्ष एनए हारिस के नेतृत्व में एक विशेष समिति स्टिमक के उत्तराधिकारी की तलाश कर रही थी और वह इसके पूरी तरह खिलाफ थे. उन्होंने कहा,"मैंने विशेष समिति के गठन का पूरी तरह विरोध किया. एक तकनीकी समिति पहले से ही मौजूद है और आपने कोच की नियुक्ति पर चर्चा करने के लिए एक विशेष समिति कैसे बनाई?"

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भूटिया ने कहा,"प्रक्रिया ही गलत है. कोचों को तकनीकी समिति से कोई चर्चा किए बिना कार्यकारी समिति द्वारा नियुक्त किय जाता है, निकाला जाता है और उनका कार्यकाल बढ़ा दिया जाता है. अध्यक्ष एक या दो नाम प्रस्तावित करता है और कार्यकारी समिति एक पर सहमति बनाती है."

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एआईएफएफ तकनीकी समिति के अन्य सदस्यों में शब्बीर अली, क्लाइमेक्स लॉरेंस, विक्टर अमलराज और संतोष सिंह शामिल हैं. एआईएफएफ ने कहा कि विजयन वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठक में शामिल हुए. एआईएफएफ के कार्यवाहक महासचिव एम सत्यनारायण से संपर्क किए जाने पर उन्होंने यह भी कहा कि कोच की नियुक्ति प्रक्रिया में विजयन से सलाह ली गई थी. सत्यनाराया ने कहा,"इसमें कोई विवाद नहीं होना चाहिए. मुझे लगता है कि तकनीकी समिति के अध्यक्ष से सलाह ली गई थी."

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