ब्रिटेन से बेंगलुरु (Bengaluru) के लिए यात्रियों का पहला जत्था आज सुबह केम्पागौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरा. इससे पहले भारत ने ब्रिटेन पर लगे दो हफ्ते के हवाई यातायात प्रतिबंध को 6 जनवरी को हटा लिया. यात्रियों की पहले खेप पहुंचने से पहले कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के सुधाकर ने तैयारियों की समीक्षा की. यूके स्ट्रेन (UK Strain) से बचने के लिए यात्रियों के आगमन पर अनिवार्य कोविड जांच की व्यवस्था की गई है. प्रत्येक उड़ान को क्षमता के अनुसार यात्री लाने की इजाजत दी गई है.
मंत्री ने बताया कि सभी फ्लाइट्स 300 से 350 यात्रियों के लेकर आ रही हैं. रविवार को जब यात्रियों का पहला जत्था बेंगलुरु एयरपोर्ट पर पहुंचा तो उनके हाथों पर स्टाम्प लगा दिया गया. इसके साथ सभी को RT-PCR टेस्ट के लिए भेजा गया. इस दौरान उनकी लंबी कतार दिखी.
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यात्रियों के हाथ पर जो स्टाम्प लगाया गया है, उसमें यूके यात्री लिखा हुआ था. इसके अलावा यात्रियों के हाथों पर अमिट स्याही से उनके आगमन की तारीख भी लिखी हुई दिखी.
कोरोनावायरस के "अधिक संक्रामक" वैरिएंट यूके स्ट्रेन के प्रसार को रोकने के लिए केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए नियमों के अनुसार, यूके से आए सभी यात्रियों का न केवल नेगेटिव कोविड परीक्षण रिपोर्ट अनिवार्य है, बल्कि आगमन पर भी उनकी जांच कराना अनिवार्य कर दिया गया है.
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एयरपोर्ट पर टेस्ट के दौरान जो यात्री कोविड पॉजिटिव पाए जाएंगे उन्हें 14 दिनों के इन्स्टीट्यूशनल क्वारंटीन में रहना अनिवार्य होगा. इसके अलावा उनमें यूके स्ट्रेन की उपस्थिति की जांच के लिए उनके नमूने जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भी भेजे जाएंगे. अगर उनमें यूके स्ट्रेन की पुष्टि होती है तो उनके कॉन्टैक्ट की ट्रेसिंग की जाएगी और संपर्क में आए सभी लोगों को सरकार अनुमोदित केंद्रों पर आइसोलेशन में रखा जाएगा.
केंद्र के नियम के अनुसार, जिन लोगों की टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आएगी, उन्हें भी 14 दिनों को होम क्वारंटीन में रहने के निर्देश दिए गए हैं. शनिवार को नई दिल्ली एयरपोर्ट पर आए यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा था.