कोरोनावायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित शहर मुंबई में इस साल का 11 दिनों का गणेश उत्सव भी प्रभावित होने वाला है. ऐसे में इस साल एक बहुत बड़ा बदलाव होने वाला है. कोविड-19 के चलते इस बार मशहूर लालबागचा राजा यानी लालबाग के राजा गणेश भगवान की मूर्ति नहीं बिठाई जाएगी. ऐसा 87 सालों के इतिहास में पहली बार होगा, जब मुंबई में यह समारोह नहीं होगा. लालबाग समिति ने बुधवार को इस साल महामारी के चलते यह समारोह रद्द करने की घोषणा की है.
लालबाग मंडल के सचिव सुधीर साल्वी ने कहा, 'हमने इस साल गणेश उत्सव नहीं मनाने का फैसला किया है. हम इसे हेल्थ फेस्टिवल की तरह मनाएंगे. यह फैसला महामारी के चलते लिया गया है. त्योहार के उन 10 दिनों में हम ब्लड डोनेशन कैंप लगाएंगे, वहीं प्लाज़्मा डोनेशन के लिए लोगों को बढ़ावा देने के लिए जागरूक करेंगे. हम महामारी के चलते अपनी जान देने वाले पुलिसकर्मी और जवानों के परिवारों की भी मदद करेंगे. हम महामारी के लिए मुख्यमंत्री कोष में भी 25 लाख की रकम जमा कर रहे हैं.'
बता दें कि मुंबई में परेल के लालबाग में गणेश उत्सव पर सबसे ऊंची और भव्य प्रतिमा बिठाई जाती है. यहां त्योहार के दौरान सबसे ज्यादा भीड़ लगती है. ऐसे में मंडल की ओर से कहा गया है कि इस साल कोई प्रतिमा नहीं बिठाई जाएगी क्योंकि अगर ऐसा किया गया तो लोग दर्शन के लिए भीड़ में इकट्ठा हो जाएंगे.
इसके पहले जन्माष्टमी पर होने वाला महाराष्ट्र का मशहूर दही हांडी सेलिब्रेशन को भी रद्द कर दिया गया था, जिसके लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने धन्यवाद किया था. उन्होंने सभी धार्मिक समुदायों से महामारी के दौरान नियमों का पालन करने का आभार जताया था और कहा था कि महाराष्ट्र सरकार महामारी से लड़ रही है, लेकिन संकट अभी टला नहीं है. ऐसे में राज्य के लोग गाइडलाइंस का पालन करें ताकि दोबारा लॉकडाउन न लगाना पड़े.
बता दें कि बुधवार को महाराष्ट्र में महामारी फैलने के बाद पिछले तीन दिनों में पहली बार ऐसा हुआ है कि 5,000 से कम संक्रमण के मामले सामने आए हैं. वहीं मुंबई में भी 1,000 से कम केस दर्ज किए गए हैं. फिलहाल यहां कुल संक्रमितों की संख्या 1,74,761 है.
Video: महाराष्ट्र : ठाणे में 12 जुलाई तक लॉकडाउन