मणिपुर में उग्रवादियों के हमले में मारे गए कर्नल विप्लव देव , उनकी पत्नी और बेटे के पार्थिव शरीर को अब सोमवार को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर लाया जाएगा. तीनों के शव को लेकर जा रहे सेना के एक विमान को रविवार को तकनीकी खराबी के चलते आपात स्थिति में जोरहाट विमान तल पर उतरना पड़ा.शनिवार को मणिपुर में उग्रवादियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में असम राइफल्स की खूगा बटालियन के कर्नल विप्लव त्रिपाठी, उनकी पत्नी अनुजा (36) और बेटे अबीर (5) तथा बल के चार अन्य जवानों की मौत हो गई थी. कर्नल त्रिपाठी छत्तीसगढ़ के रायगढ़ के रहने वाले थे.
एक सैन्य प्रवक्ता ने गुवाहाटी में बताया था कि इन सभी के शवों को रातभर जोरहाट में रखा गया है और सोमवार की सुबह उन्हें उनके संबंधित गंतव्यों तक पहुंचाया जाएगा.
रविवार को दिन में छत्तीसगढ़ सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि कर्नल, उनकी पत्नी एवं बेटे के पार्थिव शरीरों को रविवार देर रात तक इंफाल से रायपुर के स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डे पर लाया जाएगा. उन्होंने कहा था कि इन शवों को यहां देवेंद्र नगर मुर्दाघर में रखने की योजना है और फिर सोमवार को हेलीकॉप्टर से उन्हें रायगढ़ पहुंचाया जाएगा.
मणिपुर के चूराचंद्रपुर जिले में शनिवार को घात लगाकर किए गए हमले में सात लोग मारे गए थे और उनमें छह शव मणिपुर की राजधानी इंफाल ले जाए गए. वहां से उड़ान से उन्हें गुवाहाटी ले जाया जा रहा था लेकिन उड़ान को रास्ते में जोरहाट में आपात स्थिति में उतरना पड़ा.