मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य के पुलिस प्रमुख को डाबर इंडिया कंपनी को अपने एक उत्पाद का ‘आपत्तिजनक' विज्ञापन वापस लेने के लिए कहने अथवा विज्ञापन वापस नहीं लेने की स्थिति में कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सोमवार को यह जानकारी दी . गृहमंत्री का यह बयान डाबर इंडिया लिमिटेड के उत्पाद फेम क्रीम ब्लीच के विज्ञापन के बाद आया है, जिसमें एक समलैंगिक महिला जोड़े को करवा चौथ मनाते हुए और एक-दूसरे को छलनी से देखते हुए दिखाया गया है.
करवा चौथ पर विवाहित हिंदू महिलाएं, विशेषतौर पर उत्तर भारत में, अपने पति की सुरक्षा और दीर्घायु के लिए सूर्योदय से चंद्रोदय तक उपवास रखती हैं और व्रत पूरा करने की रस्म में पत्नी छलनी में चंद्रमा के साथ अपने पति का चेहरा देखती है. रविवार 24 अक्टूबर को करवा चौथ मनाया गया.
मिश्रा ने पत्रकारों से कहा, ‘मैं इसे बहुत गंभीर विषय मानता हूं. हिंदू धर्म के धार्मिक त्योहारों को लेकर ही इस तरह की क्लीपिंग, विज्ञापन क्यों जारी किए जाते हैं? आज वो इन लेस्बियन को करवा चौथ का व्रत तोड़ते हुए, छलनी में देखते हुए बता रहे हैं. कल को दो लड़कों को ही फेरे लेते हुए दिखा देंगे, शादी करते दिखा देगें. ये आपत्तिजनक है. अभी मैंने डीजीपी को निर्देश दिए हैं कि इसका परीक्षण कराएं और उस कंपनी को इसे हटाने को कहें अन्यथा हम वैधानिक कार्रवाई करेंगे.'
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