Exercise in gathia rog : योग गठिया से पीड़ित लोगों को दर्द और जकड़न जैसे कई शारीरिक लक्षणों और तनाव और चिंता जैसी परेशानियों को सुधारने में मदद करता है. गठिया से पीड़ित लोग जो नियमित रूप से योग का अभ्यास करते हैं, वे जोड़ों के दर्द को कम कर सकते हैं, लचीलेपन और कार्य में सुधार कर सकते हैं. इसके लिए यहां पर 2 योगाभ्यास बताए जा रहे हैं जिसे आप अपनी रूटीन का हिस्सा बनाकर रोज-रोज के गठिया दर्द से राहत पा सकते हैं....
गठिया रोग में कौन सा योग शामिल करें
लो कोबरा पोज - Low cobra poseअपने पैरों को पीछे की ओर सीधा करके योगा मैट पर लेट जाएं. अपनी हथेलियों को अपने कंधों के नीचे मैट पर रखें और अपनी कोहनियों को अपने शरीर की ओर मोड़ें.सांस लें और अपने सिर और छाती को मैट से ऊपर उठाने के लिए अपनी पीठ की मांसपेशियों की ताकत का ज़्यादातर इस्तेमाल करें. इस दौरान अपनी गर्दन को लंबा रखें और अपने कंधों को अपने कानों से दूर रखें।
अब आप 2 से 3 लंबी सांसों तक इस पोज में बने रहें, फिर अपनी छाती को धीरे-धीरे जमीन पर ले आएं. इस प्रक्रिया को 5 बार दोहराएं.
इसको करने के लिए अपने पैरों को एक साथ रखकर खड़े हो जाएं. अब अपनी मुख्य मांसपेशियों को सिकोड़िए और अपने सामने ध्यान केंद्रित करने के लिए कुछ रखें. इससे आपको संतुलन बनाने और एक्सरसाइज पर फोकर करने में मदद मिलेगी.
अब आप अपना वजन दाहिने पैर पर डालें. अपने बाएं घुटने को मोड़ें और अपने बाएं पैर को जमीन से उठाएं. फिर, इसे अपने दाएं पैर के अंदरूनी हिस्से पर सपाट रखें, अपने बाएं घुटने को अपने बगल रखें. इस बात को ध्यान में रखें अपने पैर को अपने घुटने के अंदरूनी हिस्से पर न रखिए.
अब अपने धड़ और सिर के ऊपरी हिस्से को ऊपर की ओर फैलाइए, अपना संतुलन बनाए रखें फिर धीरे-धीरे और गहरी सांस लीजिए. अब आप सामान्य स्थिति में आ जाएं इसके बाद सेम पोज दूसरी तरफ भी दोहराएं.
इन दो योगासन को अपनी दिनचर्या में शामिल कर लेते हैं, तो इससे आपके जोड़ों का दर्द तो कम होगा साथ ही शरीर का बैलेंस भी अच्छा होगा.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.