World Population Day 2025: विश्व की बढ़ती जनसंख्या कई तरह की चुनौतियां पैदा करती है. ज्यादा जनसंख्या का मतलब है ज्यादा संसाधनों की जरूरत और खपत. वहीं, जनसंख्या की जरूरतें, रोजगार, बच्चे का जन्म और पढ़ाई से जुड़े खर्चे, परिवार का पालन-पोषण और निर्वाह सरकार के लिए मुसीबत का सबब बनती है. विश्व जनसंख्या दिवस देश मनाने का मकसद संसार की जनसंख्या के आंकड़ों से लोगों को परिचित कराना भर नहीं है बल्कि लोगों के सामने बढ़ती जनसंख्या (Population) के चलते आने वाली मुश्किलों को जानना और इनका समाधान निकालने की कोशिश करना भी है. वहीं, बहुत से देश ऐसे भी हैं जो घटती आबादी से परेशान हैं और जनसंख्या वृद्धि चाहते हैं. यह भी देशों की सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती है.
हर साल 11 जुलाई के दिन विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है. पहली बार 11 जुलाई, 1990 के दिन विश्व जनसंख्या दिवस मनाया गया था. इस दिन को मनाने की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम की गवर्निंग काउंसिल द्वारा की गई थी. वहीं, इस दिन को इस साल 'युवाओं को एक निष्पक्ष और आशावान दुनिया में अपने मनचाहे परिवार बनाने के लिए सशक्त बनाना' थीम (World Population Day Theme 2025) के साथ मनाया जा रहा है.
कितनी है भारत की जनसंख्या | Population Of India
भारत की आबादी यूएन के अनुसार संभावित रूप से साल 2025 में 1,463.9 मिलियन है. इसके साथ ही भारत विश्व का सबसे अधिक आबाधी वाला देश बन चुका है. रिपोर्ट्स के अनुसार यह आबादी आने वाले 40 वर्षों में 1.7 बिलियन हो सकती है.
वर्तमान में विश्व की आबादी 8.2 बिलियन है. सबसे ज्यादा आबादी वाले देशों में भारत नंबर एक पर है. इसके बाद क्रमानुसार चीन, अमेरिका, इंडोनेशिया, पाकिस्तान, नाइजीरिया, ब्राजील, बांग्लादेश, रूस और इथियोपिया हैं. ये सबसे ज्यादा जनसंख्या वाले टॉप 10 देश हैं.
भारत की जनसंख्या - 1.46 बिलियन
चीन की जनसंख्या - 1.42 बिलियन
यूनाइटेड नेशंस की जनसंख्या - 347 मिलियन
इंडोनेशिया की जनसंख्या - 286 मिलियन
पाकिस्ताना की जनसंख्या - 255 मिलियन
नाइजीरिया की जनसंख्या - 238 मिलियन
ब्राजील की जनसंख्या - 213 मिलियन
बांग्लादेश की जनसंख्या - 176 मिलियन
रूस की जनसंख्या - 144 मिलियन
इथियोपिया की जनसंख्या - 135 मिलियन