World Population Day 2022: 1990 से हर साल 11 जुलाई के दिन विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जा रहा है. इस दिन विश्वभर में बढ़ रही जनसंख्या (Population) की तरफ ध्यांकेंद्रित करने और जागरूकता फैलाने पर जोर दिया जाता है. बढ़ती जनसंख्या से जुड़ी कई दिक्कते हैं जिनमें लैंगिक भेदभाव, गरीबी (Poverty) और आर्थिक समस्याएं आदि शामिल हैं. वहीं, संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (United Nations Population Fund) का कहना है कि जनसंख्या दिवस को हमें केवल जनसंख्या से जुड़ी दिक्कतों के साथ जोड़कर ही नहीं देखना चाहिए बल्कि यह मानवजाति की प्रगति के जश्न का मौका भी है. UNFPA ने यह भी कहा कि यह दिन जनसंख्या की गिनती से कही ज्यादा बढ़कर है.
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विश्व जनसंख्या दिवस का इतिहास, थीम और महत्व | World Population Day History, Theme And Significance
इतिहास 1989 में यूनियाइटेड नेशंस की डेव्लपमेंट प्रोग्राम (UNDP) की गवर्निंग काउंसिल ने 11 जुलाई, 1987 को 5 बिलियन जनसंख्या होने पर देखी गई रुचि के चलते विश्व जनसंख्या दिवस मनाना शुरू किया. UN जनरल असेंबली ने एक प्रस्ताव पारित किया जिसमें यह फैसला लिया गया कि जनसंख्या से जुड़े मुद्दों पर जागरूकता फैलाने और पर्यावरण विकास से जोड़ते हुए विश्व जनसंख्या दिवस हर साल मनाया जाएगा.
पहली बार 11 जुलाई, 1990 में 90 से ज्यादा देशों में विश्व जनसंख्या दिवस मनाया गया. इस दिन से देशों में स्थित UNFPA ऑफिस सरकार और सिविल सोसाइटी के साथ मिलकर विश्व जनसंख्या दिवस का आयोजन करते हैं.
मानवजाति अनुमानित तौर पर इस वर्ष 8 बिलियन (8 Billion) जनसंख्या के आंकड़े तक पहुंच जाएगी, इस चलते इस साल विश्व जनसंख्या दिवस की थीम है '8 बिलियन की दुनिया: सभी के लिए एक लचीले भविष्य की ओर- अवसरों का दोहन और सभी के लिए अधिकार और विकल्प सुनिश्चित करना'.
विश्व जनसंख्या दिवस के महत्व (Significance) की बात करें तो यह दिन जनसंख्या अत्यधिक बढ़ जाने के कारण उत्पन्न होने वाली चुनौतियों को उजागर करता है, साथ ही जनसंख्या किस तरह पारिस्थितिकी तंत्र और मानवता की प्रगति को प्रभावित करती है इसपर भी प्रकाश डालता है.
बता दें, कि भारत विश्व की दूसरी सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है, वहीं चीन प्रथम स्थान पर है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.