World Hypertension Day 2024: हाई ब्लड प्रेशर उम्र से पहले मौत का कारण बन सकता है. ये इतनी खतरनाक समस्या है कि जरा सी लापरवाही भी जान ले सकती है.हाई ब्लड प्रेशर (High BP) को ही मेडिकल भाषा में हाइपरटेंशन (Hypertension) कहते हैं. खराब लाइफस्टाइल और गड़बड़ खानपान की वजह से इसका खतरा काफी ज्यादा बढ़ता है. इसके कारण फैमिली हिस्ट्री और तनाव की वजह से भी हाइपरटेंशन का रिस्क बढ़ सकता है. यही कारण है कि लोगों को इस बीमारी से अवेयर करने के लिए हर साल 17 मई को पूरी दुनिया में हाइपरटेंशन डे मनाया जाता है.
दोस्त से भी नहीं शेयर करनी चाहिए ये राज की बातें, वरना मुश्किल में पड़ जाएंगे आपसीडीसी के अनुसार, नॉर्मल ब्लड प्रेशर 120/80 mmHg से कम ही होता है. अगर इससे कम होता है तो उसे लो ब्लड प्रेशर और अगर ज्यादा होता है तो हाई ब्लड प्रेशर यानी हाइपरटेंशन माना जाता है. इससे कई गंभीर खतरे हो सकते हैं.
हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि हाइपरटेंशन का सबसे बड़ा कारण खराब लाइफस्टाइल और खानपान है. दरअसल, आजकल भागदौड़ वाली जिंदगी में दिनभर का रूटीन बिगड़ा रहता है, जिसकी वजह से कई बीमारियां तेजी से फैल रही हैं. बहुत ज्यादा स्मोकिंग, शराब पीना, फिजिकल एक्टिविटी का न होना, खराब डाइट, दिनभर मोबाइल-लैपटॉप का इस्तेमाल हाइपरटेंशन के खतरे को बढ़ा रहा है.
गर्मी से फेस हो गया डल और ड्राई, टैमटो स्क्रब से करें डीप क्लीनिंग, चमक उठेगा चेहराहाई ब्लड प्रेशर की चपेट में आने पर सिर दर्द, सांस फूलना और नाक से खून निकलने जैसी समस्याएं हो सकती हैं. ये सभी लक्षण तभी नजर आते हैं, जब स्थिति काफी गंभीर यानी जानलेवा बन जाती है. हाइपरटेंशन के दो स्टेज हैं. पहला जिसमें इसकी रीडिंग 130 से 139mm Hg तकऔर नीचे की रीडिंग 80 से 90mm Hg हो. वहीं, दूसरा तब जब ऊपर की रीडिंग 140mm Hg से ज्यादा और नीचे की 90mm Hg या उससे ज्यादा हो.
अगर खानपान और लाइफस्टाइल को बेहतर बना लिया जाए तो हाइपरटेंशन के खतरे को कम किया जा सकता है. अगर हाइपरटेंशन की चपेट में आ गए हैं तो सबसे पहले इसका इलाज करवाएं, क्योंकि स्थिति गंभीर होने पर हार्ट अटैक तक आ सकता है. अगर किसी की फैमिली में कभी हाइपरटेंशन की मस्या रही है तो ऐसे लोगों को नियमित तौर पर जांच करवाते रहना चाहिए. 18 साल की उम्र के बाद सभी को कम से कम साल में दो बार बीपी चेक करवना चाहिए.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.