आज वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे है, जो हर 17 मई को मनाया जाता है. ये दिन इसलिए मनाया जाता है ताकि लोगों को उच्च रक्तचाप के बारे में जागरूक कर सकते. कोरोना वायरस महामारी में आज हम इतने उलझे हुए कि अन्य बीमारियों के बारे में भूल ही गए हैं. हाइपरटेंशन ऐसी ही एक बीमारी है. अगर सही समय पर ध्यान नहीं दिया गया तो मनुष्य के जीवन को खतरा भी हो सकता है. जाने- कोरोना संकट के दौरान इस बीमारी को कैसे मैनेज कर सकते हैं.
आइए जानते हैं इसके बारे में.
आपको बता दें, पहली बार वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे साल 14 मई 2005 में मनाया गया था. जिसके बाद साल 2006 से हर साल 17 मई को वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे मनाया जा रहा है.
आपको बता दें, हाइपरटेंशन एक गंभीर समस्या है, जिसके बारे में जानकारी होना जरूरी है. जैसे जैसे आपकी बढ़ती है उसके साथ हाइपरटेंशन (हाई बल्ड प्रेशर) की समस्या भी बढ़ने लगती है. हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन एक साइलेंट किलर की तरह काम करता है. ये धीरे- धीरे मनुष्य की सेहत के लिए खतरनाक बनता रहता है.
कैसे होती है ये बीमारी
ये एक ऐसी बीमारी है जो लाइफस्टाइल के कारण होती है. असल में हमारी नसों पर पड़ने वाले खून के दबाव को ब्लड प्रेशर कहा जाता है. हाई ब्लड प्रेशर उस स्थिति को कहते हैं जब यह बहाव तेज हो जाता है.
हाइपरटेंशन या हाई ब्लड प्रेशर एक गंभीर चिकित्सा स्थिति है जो हार्ट अटैक, स्ट्रोक, किडनी फेल और अंधेपन के जोखिम को बढ़ाती है.
हाई ब्लड प्रेशर उस स्थिति को कहते हैं जब यह बहाव तेज हो जाता है. लाइफस्टाइल में सही बदलाव करके इस समस्या को कम किया जा सकता है.
किन्हें हैं सबसे ज्यादा खतरा
जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती जाती है, आपको उच्च रक्तचाप होने की संभावना बढ़ जाती है। अक्सर उच्च रक्तचाप का कोई स्पष्ट कारण नहीं होता है, लेकिन आपको ये होने का ज़्यादा खतरा है, यदि आप:
अधिक वजन वाले हैं
आपका कोई रिश्तेदार है जिसे उच्च रक्तचाप है
अफ्रीकी या कैरिबियन मूल के हैं
नमक का अधिक सेवन करते हैं
पर्याप्त फल और सब्जियां नहीं खाते हैं
पर्याप्त व्यायाम नहीं करते हैं
बहुत अधिक कॉफी (या अन्य कैफीन आधारित पेय) पीते हैं
बहुत अधिक शराब पीते हैं
65 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों को
रोकथाम और उपचार
जरूरत पड़ने पर वजन कम करना
नियमित रूप से व्यायाम करना
स्वस्थ आहार खाना
यदि आप बहुत अधिक शराब पीते हैं तो उसमें कटौती करना
धूम्रपान बंद करना
नमक और कैफीन में कटौती करना