World Heart Day 2021: केवल भारत ही नहीं दुनियाभर में युवाओं में भी हृदय रोग का खतरा तेजी से बढ़ता जा रहा है. आज के वक्त में युवाओं में दिल की बीमारी सामान्य हो गई है. वहीं अब युवतियों-महिलाओं में हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ने लगा है. हार्ट अटैक के अलावा कम उम्र की महिलाओं में अन्य दिल की बीमारियां भी देखने को मिल रही हैं. कम ऐज में महिलाओं को ऐसी बीमारियां कई कारणों से हो सकती हैं. इस पर डॉक्टर क्या सलाह देते हैं आइए जानते हैं.
तनाव/मेंटलस्ट्रेस
स्ट्रेस यानी कि तनाव हर किसी के लिए हानिकारक है. डॉक्टर मानते हैं कि आज की महिलाएं न ही केवल घर संभाल रही हैं, बल्कि दफ्तर की जिम्मेदारियां भी देख रही हैं. सब कुछ एक साथ संभालते हुए वे तनाव का सामना भी करती हैं. स्ट्रेस की वजह से कोरोनरी धमनियों में एथेरोस्क्लेरोसिस या प्लाक (Atherosclerosis or Plaque Formation) हो सकता है, जिससे खून का प्रवाह प्रभावित होता है, जो हार्ट अटैक का कारण बन जाता है.
World Heart Day 2021: महिलाओं में तेजी से बढ़ते हार्ट अटैक का कारण
निष्क्रिय जीवनशैली
समय पर भोजन न कर पाना, कंप्यूटर के सामने घंटों बैठे रहना, फिजिकल एक्टिविटी कम होना या व्यायाम न करना, इन सब के कारण धीरे-धीरे दिल की मांसपेशियां कमजोर होती जाती हैं. ये दिल की बीमारियों का अहम कारण है. दिल की ही नहीं निष्क्रिय या खराब जीवनशैली से दूसरी बीमारियां भी शरीर पर हावी होने लगती हैं.
अपर्याप्त नींद
दिल को चंगा रखना है तो अच्छी डाइट के साथ ही साथ अच्छी नींद लेना भी जरूरी है. नींद पूरी न हो तो ये रक्तचाप पर असर डालती है, जो कि दिल की बीमारी का कारण बन सकता है. ऐसे में जरूरी ये है कि आप हर रात 7-8 घंटे की नींद लें.
धूम्रपान और शराब पीना
युवा महिलाओं में शराब या सिगरेट की लत उनके दिल को बीमार बना सकता है. शराब ज्यादा पीना या सिगरेट का नशा युवाओं में कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक के खतरे को दावत देता है.
World Heart Day 2021: हार्ट अटैक के मामले तेजी से वृद्धि
अधिक गर्भनिरोधक गोलियां लेना
युवा महिलाओं में दिल के दौरे का एक अहम कारण गर्भनिरोधक गोलियों या कंट्रासेप्टिव पिल्स का अधिक सेवन माना जाता है. दरअसल अगर आप गर्भनिरोधक गोलियों का जरूरत से ज्यादा सेवन करतीं हैं तो इसका हार्मोनल प्रभाव पड़ता है. हार्मोन के स्तर में बदलाव से ब्लड प्रेशर का लेवल बदल सकता है और युवा महिलाओं के दिल पर अतिरिक्त दबाव डाल सकता है. ये पिल्स युवा महिलाओं में रक्त के थक्के के निर्माण का कारण भी बन सकता है, जिससे हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ जाता है.
मोटापा
युवतियों या युवा महिलाओं में हार्ट अटैक का एक मुख्य कारण मोटापा भी है. डॉक्टरों का मानना है कि जो लोग मोटापे का शिकार होते हैं, उनमें सहज ही हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ जाता है. मोटापे से हाई ब्लड प्रेशर (बीपी) की समस्या होने लगती है. हाई बीपी महिलाओं में दिल के दौरे या हार्ट अटैक के अहम वजहों में से एक है.
डायबिटीज
चिकित्सकों का ये मानना है कि मधुमेह यानी कि डायबिटीज किडनी के साथ ही दिल को भी प्रभावित करता है. डॉक्टर बताते हैं कि पिछले दशक से मधुमेह से पीड़ित युवा महिलाओं की संख्या में काफी इजाफा हुआ है. मधुमेह के कारण होने वाली मेटाबोलिक अबनोर्मलिटीज (Metabolic abnormalities ) युवा महिलाओं में स्ट्रोक या दिल के दौरे का खतरा बढ़ा देती है.