Women's entrepreneur : महिलाएं अब सिर्फ होम मेकर्स और घर की जिम्मेदारी संभालने वाली ‘मां' ही नहीं, बल्कि उद्यमी भी बन रही हैं. घर से काम करने को तरजीह दे रही हैं. कोरोनाकाल में महिलाओं को अपने अंदर छिपे एंटरप्रिन्योर को पहचानने में मदद मिली, साथ ही सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म, अपने हुनर से छोटे स्केल पर व्यवसाय की शुरूआत करने में बड़ा साथी बन रहा है. महिलाओं में आर्थिक सशक्तिकरण की ये तस्वीर बेहद खूबसूरत है. आज महिला दिवस पर हम आपको कुछ ऐसी महिला उद्यमी की कहानी बताएंगे जिन्होंने कम निवेश में बड़ा मुकाम हासिल किया है.
पूनम सूरी
पंजाब की पूनम सूरी जो अपनी बेटी के साथ मुंबई में रहती हैं. इन्होंने 8 महीने पहले खुश तबियत नाम से मसालों का काम शुरू किया, जो अब भारते के कोने-कोन तक पहुंच रहा है. अपने मसाले के कारोबार के बारे में बात करते हुए पूनम कहती हैं कि दो बेटियां जो अब सेटल हो चुकी हैं. ऐसे में अब मैं जिम्मेदारियों से मुक्त हो गई हूं. अब मेरे पास समय था अपनी पहचान बनाने का तो इसलिए मैंने अपने पैशन को प्रोफेशन बना लिया.
सोनिका जैन
राजस्थान की सोनिका जैन अब होम शेफ बन चुकी हैं. यह कई सालों से मुंबई में रह रही हैं. इन्होंने अपने खाना बनाने के शौक को प्रोफेशन बना लिया. अब वो किचन के जायकों को मुंबई शहर के कोने-कोने तक पहुंचा रही हैं. सोनिका कहती हैं कि अगर आपके अंदर जज्बा है तो फिर आप कुछ भी कर सकती हैं.
नीलू गुप्ता
वहीं, नीलू गुप्ता भी हाउसवाइफ का दायरा बढ़ाकर अब आर्टिस्ट के रोल में आ चुकी हैं. उन्होंने अपने लाइन आर्ट वीडियो को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया. इससे इनके फॉलोअर्स बढ़े. इससे उन्हें अच्छी आमदनी भी आई, जिसे पाकर नीलू बहुत खुश हैं.
शिवानी
शिवानी एक हाउसवाइफ हैं और उन्होंने अपनी क्राफ्ट को नई उड़ान दी और अब वो हैंडमेड होम डेकोर मार्केट में प्रवेश कर चुकी हैं.
अरुंधति
अरुंधति ने कार्पोरेट की अच्छी नौकरी को छोड़कर स्टोडियो बीज की शुरूआत की. स्टोडियो बीज पेड़ों के चमड़े से इको फ्रेंडली ट्रेंडी बैग बनाता है.
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