Relationships: लोग जब रिलेशनशिप में आते हैं तो कहते हैं एक यूनिट हो जाते हैं. दोनों की जिंदगियां आपस में जुड़ने लगती हैं और देखते ही देखते दोनों अपने बारे में बहुत सी चीजें एकदूसरे से बांटने लगते हैं. लेकिन, रिश्ते में सिर्फ बातें ही नहीं बांटी जाती बल्कि कई बार पार्टनर्स एकदूसरे के सोशल अकाउंट्स भी बांटने लगते हैं. अब ये सोशल अकाउंट्स बांटने का मतलब है एकदूसरे से पासवर्ड (Password) शेयर करना. चाहे नेटफ्लिक्स हो या इंस्टाग्राम या फेसबुक, पासवर्ड शेयर करने का मतलब कुछ हद तक निजता का हनन भी होता है जिसमें व्यक्ति को कई बार यह समझ नहीं आता कि वह अपनी प्राइवेसी बचाए या फिर यह रिश्ता. लेकिन, एकदूसरे से पासवर्ड शेयर कर देने के बाद भी रिश्ता बेहतर हो यह जरूरी नहीं है.
रिलेशनशिप में पासवर्ड शेयर करें या नहीं
पार्टनर्स अगर एकदूसरे से अपने सोशल अकाउंट्स के पासवर्ड शेयर करते हैं तो रिलेशनशिप में विश्वास (Trust) पनपने के साथ ही कई बार मुश्किलें और दरारें भी पनपने लगती हैं और कई लोगों के लिए पासवर्ड बांटना खतरनाक भी साबित हो सकता है. ऐसे में अगर आपको अपने पार्टनर के साथ पासवर्ड शेयर करने में कंफ्यूजन हो रही है तो कुछ बातों को ध्यान में रखना जरूरी है.
अगर आप एकदूसरे को सोशल मीडिया (Social Media) पर पोस्ट नहीं करते हैं तो हो सकता है आप एकदूसरे के साथ पासवर्ड शेयर करने में जल्दी कर रहे हैं. शुरुआत में ही अपने सोशल अकाउंट्स के पासवर्ड साझा करने के बजाए आप स्ट्रीमिंग साइट्स जैसे होटस्टार, नेटफ्लिक्स, एमोजोन या फिर एचबीओ के पासवर्ड शेयर कर सकते हैं. आपको वक्त के साथ-साथ सबकुछ अच्छा दिखे तो आप अपनी लोकेशन वगैरह एकदूसरे से शेयर कर सकते हैं. लेकिन, अपने बैंक अकाउंट का पासवर्ड या सोशल मीडिया प्रोफाइल का पासवर्ड किसी को तभी दें जब आप उसे बहुत ज्यादा अच्छे से जानते हैं और आपका रिश्ता गहरा और गंभीर हो.
आपका पार्टनर अपने खर्चे कैसे संभालता है, रिजेक्शन (Rejection) को कैसे हैंडल करता है और अगर रिलेशनशिप खत्म हो जाए तो उसका क्या रिएक्शन होगा यह सब सोचने के बाद ही कोई पासवर्ड एकदसूरे से शेयर किया जाना चाहिए. इसके अलावा अपने पार्टनर से बात करें कि आप दोनों अपने सोशल अकाउंट्स के पासवर्ड एकदूसरे से बांटने में कंफर्टेबल हैं या नहीं.
देखा जाए तो प्यार के रिश्ते जब गहरे होते जाते हैं तो एकदूसरे से पासवर्ड शेयर करना बहुत बड़ी बात नहीं लगता है, लेकिन जैसे-जैसे रिलेशनशिप में वक्त बीतता जाता है तो यह फैक्ट कि आपका पार्टनर आपके हर एक मैसेज या सोशल मीडिया एक्टिविटी को देख सकता है, खलने लगता है. लेकिन, एक बार अगर पासवर्ड शेयर कर दिए जाएं तो पीछे हटना मुश्किल होता है.
सोशल मीडिया से हटकर गूगल या आइक्लाउड के पासवर्ड पार्टनर से शेयर ना करने में ही समझदारी कही जाती है. ऐसा इसलिए क्योंकि ये पासवर्ड आपके और कई अकाउंट्स के पासवर्ड लिए होते हैं और इन पासवर्ड्स को एक्सेस कर कोई आपके किसी भी अकाउंट को लॉग-इन कर सकता है. ऐसे में अपनी आइडेंटिटी को प्रोटेक्ट (Identity Protect) करना जरूरी है. वहीं, अगर कभी रिश्ता खत्म होता है तो पासवर्ड्स बड़े रिस्क फैक्टर्स साबित हो सकते हैं.
इरादे समझना जरूरी हैअक्सर पार्टनर्स का यह कहना होता है कि पासवर्ड शेयर करके वे अपने रिश्ते में विश्वास को बढ़ावा दे रहे हैं. लेकिन, एकदूसरे की हर छोटी-बड़ी एक्टिविटी पर नजर रखना विश्वास की नींव पक्की करने के बजाय नींव के कमजोर होने की तरफ इशारा करता है. ऐसे में दोनों पार्टनर्स को एकदूसरे के बारे में बातें जाननी और बतानी चाहिए लेकिन अपनी जिंदगी का पूरा एक्सेस दे देना सही नहीं है.
प्यार और रिलेशनशिप विश्वास और आपसी सहमति से मजबूत होते हैं. साथ ही, भावी खतरों और मुश्किलों के बारे में सोचना भी जरूरी है. ऐसे में पासवर्ड शेयर करने में सावधानी बरतें और एकदूसरे की मर्जी के बिना जिद करके पासवर्ड लेने या देने जैसी गलतियों से बचें.
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