Karela khane ka sahi samay : करेला, जिसे कड़वे तरबूज (bitter melon) के नाम से भी जाना जाता है, एक ऐसी सब्जी है जो कई एशियाई और भारतीय व्यंजनों में लोकप्रिय है. इस सब्जी को लेकर कुछ लोगों का मानना है कि रात में करेला खाना कई कारणों से उचित नहीं है. यहां कुछ कारण भी दिए गए हैं कि रात में करेला खाने की सलाह क्यों नहीं दी जाती है जिसके बारे में आपको जानना जरूरी है. आयुर्वेद के अनुसार Sawan के महीने में इसलिए नहीं खाई जाती है कढ़ी...
करेला रात में क्यों नहीं खाना चाहिए
पाचन संबंधी समस्याएं: करेला अपने कड़वे स्वाद के लिए जाना जाता है, यह ऐसे यौगिकों से आता है जो पाचन तंत्र को खराब कर सकता है. रात में पचने में मुश्किल खाद्य पदार्थ खाने से अपच, पेट फूलना या अन्य पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं.
कुलिंग प्रॉपर्टीज : पारंपरिक चीनी चिकित्सा और आयुर्वेद में, करेले को कुलिंग प्रॉपर्टीज माना जाता है. रात में ठंडा करने वाले खाद्य पदार्थ खाने से शरीर का नैचुरल बैलेंस बिगड़ सकता है, खासकर अगर आपको ठंड लगने की संभावना है या आपका शरीर ठंडा है.
ब्लड शुगर बिगड़ सकता है : रात में करेला खाने से,ब्लड शुगर बिगड़ सकता है. खासकर अगर आप मधुमेह रोगी हैं या हाइपोग्लाइसीमिया से ग्रस्त हैं.
नींद में खलल : कुछ लोगों का मानना है कि करेले का कड़वा स्वाद नींद की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है. इससे बुरे सपने आ सकते हैं.
यह भी जान लें
सर्जरी: किसी भी सर्जरी से कम से कम दो हफ़्ते पहले करेला का सेवन बंद कर दें. करेला सर्जरी के दौरान और बाद में रक्त शर्करा नियंत्रण में बाधा पैदा कर सकता है.
गर्भावस्था : करेला गर्भावस्था के दौरान असुरक्षित है क्योंकि इसमें कुछ ऐसे रसायन होते हैं, जो गर्भावस्था के लिए हानिकारक हो सकते हैं.
स्तनपान : स्तनपान के दौरान इसके सेवन से बचना सुरक्षित है. करेला खाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.