How to Make Diwali Kajal: रोशनी का त्योहार दिवाली सदियों से चली आ रही कई खूबसूरत परंपराओं का संगम है जिनमें से एक है दिवाली की रात दीपक की लौ से काजल बनाना और लगाना भी है. यह केवल सजने-संवरने का हिस्सा नहीं, बल्कि इसके पीछे धार्मिक, ज्योतिषीय और वैज्ञानिक कारण भी हैं. कई लोग आज भी इस परंपरा को निभाते हैं और पवित्र काजल को घर के हर सदस्य की आंखों में लगाते हैं. धार्मिक मान्यताओं की मानें तो इससे नेगेटिविटी दूर रहती है और नजर दोष भी दूर हो जाता है. स्वास्थ्य के नजरिए से देखा जाए तो ये प्रदूषण और आंखों की समस्याओं में काफी ज्यादा फायदेमंद होता है. आइए जानते हैं इस काजल को कैसे बनाया जाता है और क्या है इसके फायदे.
दिवाली के बाद होने वाले प्रदूषण से लग रहा है डर? खुद को सेफ रखने के लिए अपनाएं ये आसान घरेलू उपाय!
दीए से कैसे बनाएं काजल?
दिवाली के दिन बना काजल एकदम नेचुरल और शुद्ध होता है. इसे बनाने की प्रक्रिया भी काफी ज्यादा आसान होती है. इसके लिए आप एक बड़ा मिट्टी का दिल, तेल, कटोरा लेना होगा. अब आप पहले दिये को ऊपर तक तेल से भर दें. इसके बाद दीपक में एक बड़ी सी बत्ती रखें और फिर इसे जलाएं. दिया जलाने के बाद इसके ऊपर एक कटोरा रख दें. ध्यान रहे की बर्तन दीपक की बत्ती से छुए न ऐसे में दीया बुझ भी सकता है. इसके बाद जब दीपक की बत्ती खत्म हो जाए को ऊपर से कटोरा हटाएं और ठंडा होने के लिए रख दें. जब बर्तन ठंडा हो जाए तो इसपर जमी काली परत को अच्छे से खुरच कर निकाल लें. इसके बाद आप इसमें घी या तेल भी मिलाकर रख सकते हैं. इससे आपका एकदम नेचुरल और शुद्ध काजल तैयार हो जाएगा.
काजल लगाने से मिलते हैं ये फायदेआंखों की समस्या से राहतनीम के पत्तों से बने काजल का इस्तेमाल करने से आंखों की समस्या में काफी राहत मिलती है. इसको लगाने से आंखों की जलन, धुंधलापन जैसी परेशानियों से छुटकारा मिल सकता है. साथ ही आंखों में जमी गंदगी भी इससे बाहर निकल जाती है.
काजल में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं जिससे आंखों के संक्रमण से बचा जा सकता है. खासतौर से इसका इस्तेमाल दिवाली के बाद होने वाले प्रदूषण से बचने के लिए भी किया जा सकता है.
धार्मिक महत्वधार्मिक मान्यताओं के अनुसार दिवाली के दिन बना काजल रक्षा कवच की तरह काम करता है और घर-परिवार के सदस्यों को नेगेटिविटी और बुरी नजर से बचाता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.