Diet in uric acid : शरीर में यूरिक एसिड का बढ़ना मांसपेशियों में सूजन एवं दर्द का कारण होता है. लेकिन आखिर यह परेशानी शुरू कैसे होती है यह सवाल आपके मन में जरूर उठता होगा. दरअसल, जब किडनी के फिल्टर करने की क्षमता प्रभावित होती है और कुछ कारणों से यूरिया, यूरिक एसिड में बदल जाता है तो हड्डियों के बीच पहुंचकर चिपक जाता है जिसके कारण गाउट की परेशानी पैदा हो जाती है. तो आपको बता दें कि कोई भी सेहत संबंधी परेशानी का शुरुआती इलाज खानपान में बदलाव करके ठीक किया जा सकता है. ऐसे में चलिए जानते हैं यूरिक एसिड में किन फूड से दूरी बना लेनी चाहिए.
यूरिक एसिड में किन चीजों का ना करें सेवन
- आप अगर इस गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं तो प्यूरिन रिच फूड का सेवन करना बंद कर दीजिए. आप अपनी डाइट से रेड मीट, मछली, सेलफिश को हटा दीजिए. इसके अलावा आप मशरूम,मटर को भी खाना बंद कर दीजिए.
- शुगर वाले फूड्स से तो बिल्कुल दूरी बना लीजिए. यह ना सिर्फ मधुमेह रोगियों के लिए नुकसानदायक है बल्कि यूरिक एसिड के लिए भी. यहां तक कि जंक फूड भी खाना बंद कर दीजिए.
- जो लोग बहुत ज्यादा शराब का सेवन करते हैं उन्हें अपनी इस आदत को सुधारना पड़ेगा. तभी जाकर आप अपने शरीर में बढ़े यूरिक लेवल को कंट्रोल में ला पाएंगे.
यूरिक एसिड में क्या खाएं
- अगर आप एक गिलास गन्ने का जूस पी लेते हैं तो इससे आपका प्रोटीन मेटाबॉलिज्म मजबूत होता है. इसको पीने से शरीर में टॉक्सिन जमा नहीं हो पाता है, इससे यूरिक एसिड बढ़ नहीं पाता है. यह शरीर के हर अंग में जमी गंदगी को बाहर कर सकता है.
- आपको बता दें कि टमाटर में विटामिन सी (vitamin c) भरपूर मात्रा में पाई जाती है जो कि यूरिक लेवल को कंट्रोल करने में मदद करती है. वहीं, विटामिन सी की एक और खासियत होती है कि वो शरीर में जमे विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करती है. टमाटर में मौजूद एंटीइंफ्लेमेटरी के गुण सूजन को कंट्रोल करने में मदद करता है. इतना ही नहीं इसके एंटीऑक्सीडेंट्स गाउट को रोकने में मददगार हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.