Hong Kong influenza : मौसम में होने वाले बदलाव के कारण सर्दी-जुकाम और बुखार के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं. कुछ लोगों की हालत इतनी ज्यादा खराब हो चुकी है कि, उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट होना पड़ रहा है. बच्चें हो या फिर बुजुर्ग वायरल सभी को अपने कब्जे में ले ही लेता है, इसकी पीछे की वजह है इम्यून सिस्टम (Immune system) का कमजोर होना, लेकिन इस बार जो सर्दी जुकाम हो रहा है, वो सामान्य नहीं है. असल में यह इन्फ्लुएंजा A का सबटाइप H3N2 वायरस है, जिसको लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने भी एडवाइजरी जारी की है. ऐसे में चलिए जान लेते हैं इस बीमारी के लक्षण क्या हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है.
- इस बारे में एनडीटीवी से बातचीत करते हुए डॉ. राजीव जयदेवन (आईएमए नेशनल टास्क फोर्स) कहते हैं कि इंफ्लूएंजा जैसी संक्रमित बीमारी के होने से ये भी परेशानी होती है कि लोग अंधाधुंध एंटीबायोटिक खाते हैं जबकि वायरल में ये दवाईय़ां असर नहीं करती हैं.
- इस बारे में एनडीटीवी से बात करते हुए डॉक्टर स्नेहा चावला (पल्मोनोलॉजिस्ट) कहती हैं कि ये कोविड जैसा ही है क्योंकि दोनों ही वायरल बीमारियां हैं. ये बहुत तेजी से म्यूटेट होती हैं और अब महामारी की शक्ल ले चुकी हैं.H3N2 जिसे हॉगकॉग फ्लू भी कहते हैं फेफड़ों पर बुरा असर डालती हैं.
H3N2 फ्लू के लक्षण | H3N2 SYMPTOMS
- आपको बता दें कि ये इस बीमारी में आपको तेज बुखार, तेज सिरदर्द, शरीर में दर्द, गले में दर्द, तेज खांसी, सर्दी जुकाम फेफड़े जाम पड़ जाने सी परेशानियां होती हैं.
बचाव कैसे करें | how to prevent H3N2
आप अगर इसकी चपेट में आते हैं तो जितना हो सके आराम करें जब तक की आपको ना महसूस हो की आप पूरे तरीके से ठीक हो गए हैं. पानी पीते रहें शरीर को हाइड्रेट रखना बहुत जरूरी होता है. बाहर का खाना बिल्कुल ना खाएं और फ्लूड डाइट लीजिए इससे आपको आराम जल्दी मिलेगा. इससे बचने के लिए आप फ्लू वैक्सीन जरूर लगवा लीजिए, साथ में जो लोग इससे संक्रमित हैं उनसे दूरी बनाकर रखिए. हाथ को सेनेटाइज करके रखें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.