Vitamin D Deficiency: विटामिन डी हमारे शरीर के लिए एक बेहद जरूरी पोषक तत्व है. यह एकमात्र ऐसा विटामिन है जो बॉडी के कैल्शियम और फास्फॉरस को एब्जॉर्ब करने में मदद करता है जो हड्डियों की सेहत (Bone Health) के लिए बहुत जरूरी है. इसके अलावा विटामिन डी (Vitamin D) को इंफेक्शन को कंट्रोल करने के साथ ही सूजन को कम करने का भी काम करता है. शरीर के लिए इतना जरूरी होने के बाद अगर किसी में विटामिन डी की कमी हो जाए तो कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं (Health Problems) का सामना करना पड़ सकता है. हाल ही में हुई एक रिसर्च में बताया गया है कि किन लोगों में विटामिन डी की कमी का खतरा ज्यादा होता है.
शरीर में विटामिन डी की कमी | Vitamin D Deficiency in Body
विटामिन डी हमारे शरीर के लिए बहुत ज्यादा जरूरी है और अगर विटामिन डी की कमी (Vitamin D Deficiency) हो जाए तो कई तरह की समस्याएं पनपने लगती हैं. हाल ही में यूनिवर्सिटी ऑफ हॉस्टन कॉलेज ऑफ नर्सिंग में एक रिसर्च की गई जिसमें यह पाया गया कि 61 किशोरों में विटामिन डी की कमी होती है जो बढ़ती उम्र के साथ और कम होती जाती है. यह शायद बहुत कम लोगों को पता होगा कि जिनके शरीर में विटामिन डी की कमी होती है उनका वजन तेजी से बढ़ना शुरू हो जाता है. इसके अलावा जरूरत से ज्यादा थकान महसूस होना, हेयर फॉल होना, जोड़ों में दर्द और बेवजह मूड खराब होने जैसी समस्याएं होती हैं.
- विटामिन डी (Vitamin D) की कमी का खतरा उन लोगों में ज्यादा होता है जो हर वक्त शरीर को पूरी तरह से ढकने वाले कपड़े पहन कर रखते हैं. इससे उनके शरीर पर सूरज की किरणें नहीं पड़ती और ये विटामिन डी की कमी को बढ़ाता है.
- वे लोग जो ऑफिस या घर पर अंदर बैठकर काम करते हैं और बाहर कम निकलते हैं.
- विटामिन डी की कमी उन लोगों में ज्यादा नजर आती है जो जरूरत से ज्यादा सनस्क्रीन का इस्तेमाल करते हैं क्योंकि इससे स्किन (Skin) विटामिन डी को सोख नहीं पाती.
- जिन लोगों की स्किन टोन डार्क होती है उनमें विटामिन डी की कमी ज्यादा होती है.
- उन लोगों में भी विटामिन डी की कमी ज्यादा देखने को मिलती है जो मोटापे का शिकार होते हैं.
- उम्रदराज लोग जो ज्यादा से ज्यादा वक्त घर में बिताते हैं और जिनमें हाइड्रो कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम होता है.
- फास्ट फूड कोल्ड ड्रिंक्स और बदलती लाइफस्टाइल (Lifestyle) के चलते भी विटामिन डी की कमी देखने को मिलती है. ऐसा इसलिए क्योंकि मिल्क और मिल्क प्रोडक्ट से बच्चे दूर हो जाते हैं और बाहर के खाने पर उनकी निर्भरता बढ़ जाती है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.